भगवान कृष्ण का जीवन संघर्षों का इतिहास है: रामदुलार यादव


श्री कृष्ण जन्माष्टमी समारोह महोत्सव आयोजित
भगवान कृष्ण का जीवन संघर्षों का इतिहास है: रामदुलार यादव
गाजियाबाद। उदयांचल यदुवंश कल्याण समिति द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी समारोह महोत्सव का आयोजन वृन्दावन गार्डन जी0 टी0 रोड अर्थला के प्रांगण में धूम-धाम से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के संरक्षक के0 पी0 यादव ने किया, मुख्य अतिथि राम दुलार यादव शिक्षाविद् समाजवादी चिन्तक रहे, संचालन कृष्णानंद ने किया। एस0 एस0 प्रसाद संस्था के महासचिव ने कार्यक्रम में शामिल हजारों श्रद्धालुओं का स्वागत किया। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरित किया गया।
    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि भगवान कृष्ण का जीवन संघर्षों का इतिहास है जन्म जेल में हुआ, उन्होंने जेल के बंधन को तोड़ दिया, बाल्यकाल में ही जीवन पर खतरा, विपरीत परिस्थितियों में भी जीवन जीने की कला भगवान कृष्ण में विद्यमान थी, इसीलिए वे निर्भीकता पूर्वक अपने मामा कंस के षड़यंत्र को असफल करने में कामयाब रहे, तथा ग्वाल, बालों में अनावश्यक कर लगाने का विरोध कर उन्हें शोषण से मुक्त कराया। कुछ लोग भगवान कृष्ण के बारे में अनर्गल प्रलाप करते है कि अन्होने गोपियों के वस्त्र उठा लिए थे। उनके उदात्त चरित्र का हनन है जो भगवान द्रोपदी के लिए इतने वस्त्रों की व्यवस्था कर सकता है क्या वह नारी का अपमान कर सकता है। गीता में भगवान कृष्ण ने अर्जुन के मोह में पड़े, भ्रम को दूर करते हुए कहा कि मित्र अन्याय के विरुद्ध लड़ना धर्म है, चाहे कितना भी सगा, सम्बन्धी क्यों न हो यदि वह कुमार्ग पर है अन्यायी का साथ दे रहा है, तो अपनी पूरी ताकत से अन्याय, अत्याचार को रोकने के लिए युद्ध करना आवश्यक हो जाता है। सज्जनों की रक्षा, कुमार्गगामी का विनास धर्म है, अर्जुन के मोह को ख़त्म कर दिया वह कर्तव्य पथ पर चलकर युद्ध के लिए तैयार हो गया तथा संघर्ष में कामयाब रहा। आज भी हमें अन्याय, अत्याचार, शोषण के विरुद्ध संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए, तथा समाज में व्याप्त हो रहे नफ़रत के प्रदुर्षण को दूर करने के लिए समाज में सद्भाव, भाईचारा, न्याय, बंधुत्व व प्रेम को प्रगाढ करते हुए अन्धविश्वास, भ्रम, पाखण्ड, अन्याय को दूर करने के लिए संघर्ष करना चाहिए यही भगवान कृष्ण के प्रति हमारी श्रद्धा का उदहारण होगा।
    जिन्दल मार्किट के प्राचीन शिव मन्दिर के प्रांगण में पण्डित विनोद त्रिपाठी द्वारा भगवान कृष्ण की भव्य झांकी का आयोजन किया गया, पालने में बाल्यरूप भगवान को सजाकर पूजा अर्चना की गयी। सैकड़ों महिलाओं, पुरुषों ने भाग लिया, राम दुलार यादव के साथ बच्चों ने पालने में भगवान कृष्ण को झूला झुलाकर पूजा किया। महिलाओं ने भजन कीर्तन प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया, मन्दिर में हर्षोल्लास के साथ भगवान कृष्ण का जन्म दिन सम्पन्न हुआ।       
  कार्यक्रम में शामिल सैकड़ों भाइयों, बहनों में प्रमुख रहे राम दुलार यादव, के0 पी0 यादव, एस0 एस0 प्रसाद, कृष्णा यादव, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, राज पाल यादव, जगनारायण यादव, जीवन यादव, राम प्यारे यादव, विश्वनाथ यादव, मेहीलाल यादव, देवमन यादव, डा0 संजय यादव, अंशु ठाकुर, सुरेन्द्र यादव, अवधेश यादव, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, गुड्डू यादव, इंजी0 उपेन्द्र यादव आदि।


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