एमआरओ और लीजिंग केन्द्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैः हरदीप एस. पुरी

 


नई दिल्ली। नागर विमानन क्षेत्र कवर करने वाले संवाददाताओं के लिए आयोजित कार्यशाला के समापन पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप एस. पुरी ने कहा कि सरकार भारत को एक रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) तथा लीजिंग केन्द्र बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने इस अवसर पर एयर इंडिया की पुस्तक 'एयर इंडिया- सेलिब्रेटिंग इंडिया थ्रू इमेजिज' का विमोचन और विशिष्ट वेब आधारित पोर्टल 'एविएशन जॉब्स पोर्टल' का शुभारंभ किया। इस पोर्टल पर http://aviationjobs.co.in/ लिंक से पहुंचा जा सकता है।
कार्यशाला की शुरूआत नागर विमानन मंत्रालय के सचिव श्री पी.एस. खरोला ने की। कार्यशाला में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुज अग्रवाल, नागर विमानन के महानिदेशक श्री अरुण कुमार, एयर इंडिया के सीएमडी श्री अश्विनी लोहानी, नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो के संयुक्त महानिदेशक श्री ज्योति नारायण, एईआरए के अध्यक्ष बी.एस. भुल्लर, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और 100 से अधिक मीडियाकर्मियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
श्री खरोला ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है जो भारतीय हवाई अड्डों पर बढ़ रहें यात्री यातायात और कार्गो यातायात से सिद्ध होता है। आईएटीए के अनुसार भारत 2024 तक तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने की ओर अग्रसर है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुज अग्रवाल ने कहा कि उनके प्राधिकरण ने पिछले पांच वर्षों में तेजी की प्रगति की है। भारत का हवाई यातायात तेजी से बढ़ रहा है और यह रुख भविष्य में भी जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा दुर्गापुर, शिरडी, प्योंग और कन्नूर में चार नए ग्रीन फील्ड हवाई अड्डों में 2014-19 परिचालन शुरू हो गया है। तीन और हवाई अड्डे तिरुपति, विजयवाड़ा और कोन्नूर को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के रूप में नामित किया गया है। इस क्षेत्र ने रोजगार के बड़े अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने पूरे देश में किसी भी हवाई अड्डे के चारों ओर इमारत के निर्माण के लिए एक कुशल, पारदर्शी और सटीक तरीके से निर्माण कार्य की ऊँचाई के संबंध में ऑनलाइन 'नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट एप्लीकेशन सिस्टम' (एनओसीएएस) लॉन्च किया है।
सरकार ने ग्राहकों की शिकायत से निपटने, उड़ान की स्थिति और हवाई अड्डों के बारे में वास्तविक आंकड़ों के प्रसार और ग्राहकों की शिकायतों को दूर करने के लिए सभी हितधारकों को एक साझा मंच उपलब्ध कराने के लिए एयर सेवा वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप लांच किया है।
एयर इंडिया के सीएमडी श्री अश्विनी लोहानी ने कहा कि एयर इंडिया समूह 159 विमानों का परिचालन करता है। यह नई/बढ़ी हुई आवर्तियों पर 83 घरेलू और 51 अंतर्राष्ट्रीय  गंतव्यों पर सेवा परिचालित करता है। इसने पिछले पांच वर्षों में 35 उड़ान मार्ग स्थापित किए है। इसका राजस्व जो 2012-13 में 16,000 करोड़ रुपये था वह 2017-18 में बढ़कर 23,900 करोड़ रुपये हो गया है। इसका यात्री भार कारक 72 प्रतिशत से बढ़कर 79.6 प्रतिशत हो गया है। एयर इंडिया में जितने पायलट है उनमें 11 प्रतिशत महिला पायलट हैं, जबकि उन्नत देशों में औसत रूप से महिला पायलटों की संख्या 2 से 3 प्रतिशत है। भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लि. (एआईईएसएल) ने अपने वायुयानों की मरम्मत के कई अनेक एयर लाइनों के साथ एमआरओ सेवा अनुबंध किया है। नागर विमानन के महानिदेशक श्री अरुण कुमार ने विनियमन, सुरक्षा, निरीक्षण प्रणाली के माध्यम से सुरक्षित और कुशल वायु परिवहन को बढ़ावा देने के लिए संगठन के प्रयास के बारे में विवरण दिया।


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