जिला अधिकारी की अध्यक्षता में निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना की समीक्षा बैठक आयोजित


गाजियाबाद। बैठक में निराश्रित बेसहारा, गोवंश के पूर्ण रूप से भरण पोषण प्रदान किए जाने हेतु बेसहारा गोवंश संरक्षण एवं संवर्द्धन मैं सामाजिक सहभागिता बढ़ाए जाने पर विस्तार से चर्चा हुई। योजना अंतर्गत जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में ऐसे कृषकों पशुपालकों अन्य व्यक्तियों को चिन्हित किया जाएगा जो निराश्रित गोवंश को पालने हेतु तैयार हैं। ऐसे कृषको को प्रतिदिन रुपए 30 प्रति गोवंश दर से भरण पोषण हेतु धनराशि पशुपालक के बैंक खाते में प्रतिमाह डी0बी0टी0 प्रक्रिया द्वारा हस्तांतरित की जाएगी। निराश्रित बेसहारा गोवंश कृषकों पशुपालकों को जिला प्रशासन द्वारा स्थापित एवं संचालित अस्थाई स्थाई गोवंश संरक्षण केंद्रों के माध्यम से सुपुर्द किया जाएगा। चिन्हित कृषकध्पशुपालक को सुपुर्द किए गए गोवंश को किसी भी दशा में विक्रय नहीं करेंगे और ना ही छुट्टा छोड़ेंगे। जिसके लिए पशुपालक चयन हेतु विकासखंड स्तरीय समिति पशुपालक को चयनित करेगी तथा जिसका अनुमोदन जिला स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु एक कुशल कार्य योजना बनाएं जिसके अंतर्गत पशुओं की टैगिंग कराते हुए इस योजना को सफल बनाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम के अधिकारी व खंड विकास अधिकारी अपने-अपने स्तर से योजना का रिव्यु करते हुए इसके सफल क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना जल्द से जल्द बनाएं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रमेश रंजन, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, नगर निगम, खंड विकास अधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।


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