समीक्षा न्यूज नेटवर्क
गाज़ियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद का 43 वां राष्ट्रीय अधिवेशन ऑनलाइन गूगल मीट पर सोल्लास संम्पन्न हुआ।आगामी दो वर्ष के लिए अनिल आर्य को पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और उन्हें शेष कार्यकारिणी व अन्तरंग सभा का गठन करने का अधिकार दिया गया।उन्होंने महेन्द्र भाई को राष्ट्रीय महामंत्री व धर्मपाल आर्य को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोनीत किया।यह कोरोना काल मे परिषद का 85वां वेबिनार था।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि देश मे एक वर्ग विशेष की बढ़ती जनसंख्या विस्फोटक होती जा रही है जिससे देश के संसाधनों व संप्रभुता पर खतरा बढ़ रहा है इसलिए समय की मांग है कि केंद्र सरकार अविलम्ब जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करे।उन्होंने कहा कि आज देश मे हिंदु समाज को संगठित होने की आवश्यकता है सभी हिन्दू जातिगत भेदभाव,ऊंच नीच को भुला कर सबको गले लगायें व भेदभाव समाप्त कर और एक साथ आकर हिन्दुत्व की रक्षा का संकल्प लें।साथ हीं उन्होंने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण पर भी हार्दिक बधाई दी।
राष्ट्रीय महामंत्री महेन्द्र भाई ने परिषद द्वारा वर्ष 2019-20 के मुख्य गतिविधियों जैसे- राष्ट्रीय अधिवेशन,सेवा शिविर,धरना प्रदर्शन,शोभायात्रा,आर्य महासम्मेलन,थाईलैंड यात्रा, टंकारा यात्रा,85 वेबिनार का विवरण,70 युवा संस्कार कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया।साथ ही उन्होंने परिषद के आगामी सत्र के लिए अनिल आर्य जी का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तुत किया।
प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर समर्थन किया व सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिये अनिल आर्य जी पुनः आगामी दो वर्षों के लिए निर्वाचित हुए।उन्होंने कहा कि केन्द्रीय आर्य युवक परिषद अनिल आर्य जी के नेतृत्व में इसी प्रकार निरन्तर आगे बढ़ती रहेगी।
कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए प्रधान शिक्षक सौरभ गुप्ता ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए खेल प्रतियोगिताओं, युवा निर्माण शिविरों व युवा संस्कार अभियान आदि की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर योगीराज ब्र. विश्वपाल जयंत(कोटद्वार, उत्तराखंड),सुभाष बब्बर (जम्मू कश्मीर),स्वतंत्र कुकरेजा (करनाल,हरियाणा),अजेय सहगल (डलहौजी, हिमाचल), आचार्य भानु प्रताप वेदालंकार (इंदौर,मध्यप्रदेश),रामकृष्ण शास्त्री (बहरोड, राजस्थान), रामकुमार सिंह(दिल्ली प्रदेश), यशोवीर आर्य (दिल्ली ),अरुण आर्य (दिल्ली प्रदेश),आनन्द प्रकाश आर्य (हापुड़,उत्तर प्रदेश), कर्नल अनिल आहूजा (लखनऊ), शंकरदेव आर्य (खंडवा, मध्यप्रदेश),रूपेंद्र आर्य(अलीगढ़), हरिचंद स्नेही(सोनीपत),वीरेन्द्र योगाचार्य(फरीदाबाद) आदि ने अपने विचार रखें।
मुख्य रूप से देवेन्द्र भगत (दिल्ली),दुर्गेश आर्य (दिल्ली), उर्मिला आर्य (गुरुग्राम),यज्ञवीर चौहान (गाज़ियाबाद)रमेश खजूरिया(जम्मू),ईश्वर आर्या (अलवर),मोहित आर्य (मथुरा), अशोक जागड़ (रोहतक),देवेन्द्र गुप्ता(इंद्रापुरम) आदि ने भी अपने विचार रखें।सभी ने युवा संस्कार कार्यक्रमों के माध्यम से युवा पीढ़ी को देशभक्त व संस्कार वान बनाने का संकल्प लिया।ओम सपरा ने कहा कि वैदिक साहित्य के प्रकाशन द्वारा नई पीढ़ी को महर्षि दयानन्द व वैदिक संस्कृति से जोड़ा जाएगा।
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