तंबाकू उत्पादों के सेवन से कमजोर होती है प्रतिरक्षा प्रणाली: राहुल प्रधान


समीक्षा न्यूज नेटवर्क
गाजियाबाद। कोविड-19 के दौरान तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। विशेषजों का भी मानना है तंबाकू उत्पादों के सेवन से श्व़सन संबंधी संक्रमण बढ़ सकता है और ऐसे लोगों कोविड-19 की चपेट में आने के लिहाज से अधिक संवेदनशील है। इनके सेवन परिवार और समुदाय के लिए भी कोविड-19 का
जोखिम बढ़ा देता है। वरिष्ठ समाजसेवी एवं भाजपा(किसान मोर्चा) राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य: राहुल प्रधान का कहना है कि एक स्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले तंबाकू उत्पादों का सेवन करने वाला व्यक्ति का प्रीतरक्षा तंत्र कमजोर होता है। इसलिए कोविड-19 महामारी के दौरान तंबाकू उत्पादों का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। श्री प्रधान ने बताया कि तमाकू खैनी का सेवन करने या धूम्रपान करने से फेफड़ों पर असर पड़ता है। कोविड-19 फेफड़ों पर हमला करता है, ऐसे में तमाकू उत्पादों का सेवन करने वालों में कोविड-19 के अधिक गंभीर लक्षण देखने की आशंका अधिक है।
धूम्रपान करने में ज्यादा खतरा
धूम्रपान करने वालों के कोविड-19 की चपेट में आने का खतरा अधिक है, क्योंकि धूम्रपान करने से हाथ के जरिए मुंह तक विषाणु के जाने की आशंका अधिक रहती है।
परिवार और समुदाय के लिए भी है खतरा
श्री प्रधान ने बताया कि उंगलियों के होठो के संपर्क में आने के कारण धूम्रपान करने वालों को कोविड-19 की चपेट में आने का ज्यादा रिस्क रहता है। जो लोग पाइप या होगा जैसे धूम्रपान उत्पादकों का इस्तेमाल करते हैं, वह भी इसकी रिस्क जोन मैं सबसे ज्यादा है। उनके साथ आसपास रहने वाले लोगो तक भी धुआं पहुंचता है और वह वह भी रिक्स जोन में आ जाते हैं। श्री प्रधान बताया कि धूम्रपान, ई सिगरेट, बिना धुए वाला तमाकू , पान मसाला और ऐसे ही उत्पादों के इस्तेमाल से फेफड़े संबंधी समीकरण का खतरा और तीव्रता बढ़ सकता है।


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