अंतरराष्ट्रीय आर्य महावेबिनार में हुआ चिंतन



धनसिंह—समीक्षा न्यूज  

आर्य समाज को विश्व पटल पर कार्य योजना देनी होगी-डॉ अशोक कु चौहान(संस्थापक अध्यक्ष,एमिटी विश्वविद्यालय)

यज्ञ,योग,ध्यान से विश्व बंधुत्वता मजबूत होगी- विश्रुत आर्य (महामंत्री,आर्य समाज,अमेरिका)

नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने का अभियान चलाएगें-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

गाज़ियाबाद केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के 43 वें वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में "त्रिदिवसीय अंतरराष्ट्रीय आर्य महावेबिनार" का आयोजन ज़ूम पर ऑनलाइन किया गया।यह परिषद का कोरोना काल में 167 वां वेबिनार था।

वैदिक विद्वान आचार्य अखिलेश्वर जी (हरिद्वार) ने यज्ञ से शुभारंभ किया,उनके साथ 101 परिवारों ने अपने अपने घर पर एक साथ यज्ञ किया।

अध्यक्षता करते हुए एमिटी शिक्षण संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डॉ अशोक कु चौहान ने कहा कि हमारे पास उच्च मूल्य, ज्ञान का भंडार है लेकिन हमें प्रस्तुत करना नहीं आया हमें विश्व पटल पर अपनी कार्य योजना देनी होगी भारतीय संस्कृति के गुण लाभ समझाने होंगे तभी विश्व का आर्य करण करने में सक्षम हो सकेंगे।

आर्ष गुरुकुल नोएडा के प्राचार्य डॉ जयेन्द्र आचार्य ने कहा कि आज आर्य समाज को विश्व की क्या समस्याएं है ये जानने व उसका हल प्रस्तुत करने की आवश्यकता है।

अमेरिका आर्य समाज के महामंत्री विश्रुत आर्य ने कहा कि लोगों में भूख प्यास है,जानने की इच्छा है उस पर व्यवहारिक प्रयोग या प्रोजेक्ट बनाने की आवश्यकता है।आर्य समाज के सिद्धांतों का क्रियान्वयन करने की आर्य समाज की प्रासंगिकता है।उन्होंने कहा कि यज्ञ,योग व ध्यान को जीवन का अंग बनायें, जिससे हमारी आधारशिला मजबूत होगी।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि वर्तमान परिवेश में समाज के ज्वलंत मुद्दों का हल कर के आर्य समाज विश्व मे नेतृत्व प्रदान कर सकता है।साथ ही नई पीढ़ी को सुसंस्कारित करने को एक लक्ष्य बना कर चलना होगा।

आर्य समाज साउथ अफ्रीका के प्रधान डॉ राम बिलास बिजवास ने चलचित्र के माध्यम से साउथ अफ्रीका में आर्य समाज की कार्य विधि का परिचय दिया।

 मॉरिशस से प्रो.आर्यव्रती बुलॉकी, आर्य नेता आनन्द चौहान,मृदुला चौहान ने परिषद के 43वें वार्षिकोत्सव पर सभी को शुभकामनाएं प्रदान की।

न्यूजीलैंड से उर्मिला सचदेवा ने वेद मंत्रों का सस्वर पाठ कर विश्वकल्याण की कामना की।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री प्रवीण आर्य, यशोवीर आर्य,महेंद्र भाई,ओम सपरा,देवेन्द्र भगत,अजय सहगल,भानुप्रताप वेदालंकार, शंकरदेव आर्य,सौरभ गुप्ता, धर्मपाल आर्य ने भी मार्गदर्शन दिया।

आचार्य संजीव रूप (बदायूं) ने संगीतमय वेदकथा द्वारा सभी को वेद की ज्ञान गंगा से भावविभोर कर दिया।

गायिका संगीत आर्या 'गीत',पुष्पा चुघ,प्रतिभा कटारिया,दीप्ति सपरा,किरण सहगल,कुसुम भंडारी,सुदेश आर्या,रविन्द्र गुप्ता,ईश्वर देवी आर्या(अलवर), जनक अरोड़ा,वीना वोहरा आदि ने अपने गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।


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