नववर्ष में आओ मिलकर, जीवन में संकल्प करें,
प्रकृति प्रदत्त उपहारों का, संरक्षण, संचयन करें !
मन स्वच्छ हो, तन स्वच्छ हो, सत्य आचरण वरण करें,
"अच्छाई" हैं पुष्प प्रभु के, इनकी सुगंध सर्वत्र करें !
हृदय बसायें निष्ठ भावना, हर प्राणी से प्रेम करें,
पाप मुक्त हों कर्म हमारे, यश, वैभव, श्री शीश धरें !
नववर्ष हो मंगलकारी, सिद्धि विनायक मदद करें,
रिद्धि-सिद्धि वैभव के दाता, हर संकट को दूर करें !
सादर
(राकेश चौहान )
ज़िला सूचना अधिकारी.
गौतमबुद्धनगर/गाज़ियाबाद
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