धनसिंह—समीक्षा न्यूज
गाजियाबाद। विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि नववर्ष का आगमन हो चुका है उसकी सुबह एक नया संदेश देकर गई कि प्रत्येक परिवर्तन कुछ न कुछ सकारात्मकता को समाहित किए हुए होता है वैसे तो प्रत्येक सुबह एक नया संदेश लेकर आती है जो इस संदेश के निहितार्थ का आभास कर लेता है उसका जीवन उल्लास से भर जाता है उसे एक नई ऊर्जा प्राप्त होती है। यह ऊर्जा उसे श्रेष्ठ कार्य को संपादित करने की प्रेरणा देती है। सुबह इसलिए विशेष है क्योंकि यह गहन रात्रि से संघर्ष कर जग को आलोकित करती है सुबह के सौंदर्य का अधिष्ठान तिमिर द्वारा प्राप्त वेदना से विजय का गीत है जब से मानव पृथ्वी पर जन्मा है उसे सदैव सुबह आकर्षित करती रहती है। वह सुबह के लिए प्रतीक्षारत रहता है उसे सुबह में गहन आस्था है अब तो नववर्ष का एक दिन व्यतीत हो गया है यह एक दिन आत्म विश्लेषण का भी पड़ाव है कि नववर्ष को लेकर हमने जो संकल्प लिए थे पहले दिन उनकी क्या स्थिति रही हम बीते वर्ष के कष्टों को भूलकर नए वर्ष के संघर्षों को स्वीकार करते हैं जिसमें संकल्प ही वर्षभर सकारात्मक ऊर्जा देते हैं इसी ऊर्जा के साथ व्यक्ति अपने दिन महीने और पूरे साल को उन्नत करने में व्यतीत कर देता है यदि आपने संकल्प न लिया हो तो अभी भी उन पर विचार कर सकते हैं यदि कुछ बढ़ा न करें तो कम से कम अपनी दिनचर्या में सुधार लाकर ही जीवन को सही दिशा दी जा सकती है। इसके लिए ब्रह्म मुहूर्त में जागरण का संकल्प लेना होगा यह संकल्प हमें ऊर्जा आरोग्य यश और वैभव प्रदान करेगा वह शुभा जितनी सुंदर होगी पूरा दिन उतना ही बेहतरीन होगा हमारी सुबह ही हमारे पूरे दिन का लेखा जोखा तय कर देती है प्रत्येक नई सुबह हमारा पूरा वर्ष विशिष्ट बना सकती है हमें हर सुबह स्वयं द्वारा लिए गए संकल्पों को दोहराना चाहिए यही स्मरण हमें हमारे संकल्पों पर दृढ़ रहने के लिए प्रेरित करता है यदि यह संकल्प पूरे हो जाते हैं तो फिर जीवन में हमारे लिए कुछ भी असंभव नहीं रह जाता।
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