साभार-इंडिया टीवी
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार proning के लिए रोगी को पेट के बल लेटना है और एक सिरहाना मुंह या गर्दन के नीचे, एक या दो सिरहाने छाती और पेट के नीचे तथा 2 सिरहाने टांगों के नीचे रखने हैं। इस क्रिया के लिए 4-5 सिरहानों की जरूरत पड़ेगी और साथ में क्रिया के दौरान रोगी को लगातार सांस लेते रहना है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह चेतावनी भी दी है कि 30 मिनट से ज्यादा proning की क्रिया को नहीं करना है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने proning को लेकर कुछ और चेतावनी भी जारी की है जिसके अनुसार भोजन करने के बाद एक घंटे तक इस क्रिया को नहीं करना है, किया को तभी करना है जब यह करना आसान लगे। इसके अलावा गर्भावस्था होने की स्थिति या हृदयघात की स्थिति में इस क्रिया को नहीं करना है।
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