मरीजों को इमरजेंसी में देखा जाएगा और जरूरत पड़ने पर उन्हें भर्ती भी किया जाएगा: सीएमओ डा.अनुराग भार्गव



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। कोविड के मामले बढ़ने से अस्पतालों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। शासन ने अगले आदेश तक सभी सरकारी चिकित्सालयों में ओपीडी सेवाएं स्थगित कर दी हैं, लेकिन इस दौरान गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में देखा जाएगा और जरूरत पड़ने पर उन्हें भर्ती भी किया जाएगा। जिला एमएमजी चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अनुराग भार्गव ने बताया सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी सेवाएं बंद की गई हैं लेकिन गंभीर मरीज इमरजेंसी में आ सकते हैं। जरूरत पड़ने पर गंभीर मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाएगा। यानि जिला चिकित्सालय में आईपीडी सेवाएं चालू रहेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. एनके गुप्ता ने इस संबंध में शनिवार को एक आदेश जारी किया है। उन्होंने अपने आदेश में कहा है कि सरकारी चिकित्सालयों में आवश्यक और आकस्मिक  सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाएं स्थगित किए जाने पर सामान्य मरीज निजी चिकित्सकों से परामर्श लेंगे। पिछले वर्ष सरकारी ओपीडी सेवाएं स्थगित किए जाने पर निजी चिकित्सकों को परामर्श शुल्क में वृद्धि किए जाने के मामले सामने आए थे। सीएमओ ने जनपद के निजी चिकित्सकों को निर्देशित किया है कि ऐसा करने पर एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निजी चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि पूर्व की भांति मामूली परामर्श शुल्क पर ही उपचार करें। उन्होंने निजी चिकित्सकों का यह भी आह्वान किया है कि यदि संभव हो तो परिस्थितियों को देखते हुए न ैति कता क े आधार पर निशुल्क परामशर्  देना सुनिश्चित करें। साथ ही टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को अधिक से अधिक परामर्श देना सुनिश्चित करें। सीएमओ ने कहा है कि निजी चिकित्सक अपने माध्यमों से टेली मेडिसिन का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें। ई-संजीवनी ओपीडी का लाभ उठाएं ओपीडी सेवाएं बाधित होने के चलते सामान्य मरीजों के लिए भारत सरकार की ओर से शुरू की गई ई-संजीवनी ओपीडी सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए अपने स्मार्ट फोन से पर जाकर खुद को रजिस्टर करें। ओटीपी के जरिए अपने मोबाइल नंबर को वेरिफाई करें। इसके बाद जेनरेट टोकन पर क्लिक करें और फिर टोकन नंबर के जरिए पेशेंट लॉगिन में जाएं। नोटिफिकेशन प्राप्त करने के बाद अपनी बारी का इंतजार करें और बारी आने पर डाक्टर से परामर्श करने के बाद डाक्टरी ई-परार्म्श को डाउनलोड कर ले।

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