चुनाव को सरकारों ने दी प्राथमिकता, तभी बिगड़ गये देश के हालात: आसिफ चौधरी

 


धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। जीडीए बोर्ड सदस्य एवं निगम पार्षद हाजी आसिफ चौधरी का कहना है कि कोरोना वायरस की महामारी से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ था। 22 मार्च 2020 में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लॉक डाउन का आदेश दिया था। उसका पालन करते हुए मेरा पूरा भारत वर्ष ठहर गया हर भारतवासी ने प्रधानमंत्री के आदेश का पालन किया। उसके बाद धीरे-धीरे समाचार आने लगा के कोविड 19 की महामारी कम हो गई है। देश के हालात धीरे धीरे बदलने लगे और लोगों के रोजगार चलने लगे उसके बाद पांच राज्यों में चुनाव आते हैं तो केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार सब कुछ भूल जाते हैं और चुनाव में मस्त हो जाते हैं। जिसके कारण सारी दुनिया से कोविड खत्म हो गया लेकिन इन नापाक नेताओं की वजह से मेरे देश में इस महामारी ने एक विकराल रूप ले लिया। क्योंकि चुनाव जरूरी था इस भ्रष्टाचारी सरकार को किसी भारतवासी की कोई चिंता नहीं है समझ नहीं आ रहा है कि मीडिया का फोकस सिर्फ और सिर्फ लोगों को डराने में लगा हुआ है। अगर मेरे भारत का कोई भी नागरिक किसी बीमारी से मर रहा है तो मीडिया सिर्फ बताती है कि कोरोना वायरस से मर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है मेरे देश की भोली-भाली जनता को इतना डरा दिया गया है कि मेरा भारत वर्ष 50 साल पीछे चला गया है। सिर्फ और सिर्फ खौफ के साए में जी रहे हैं कुछ लोग तो बेचारे बीमारी से मर रहे हैं कुछ बेरोजगारी से मर रहे हैं और कुछ डर से मर रहे हैं। किसी भी टीवी चैनल को खोल कर देखो न्यूज चैनल को हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। मेरे देश की भोली-भाली जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है। पेट्रोल के दाम 102 प्रति लीटर चुपचाप सरकार ने कर दिए हैं डीजल के दाम बढ़ा दिए हैं और उस तरफ ध्यान जनता का ना जावे इसलिए इस सरकार ने मीडिया को खरीद कर सिर्फ और सिर्फ जनता को डराने का काम कर रही है। जागो मेरे भारतवासी जागो इस सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करो। मयखाने खुले हैं और धार्मिक स्थल बंद हैं। शर्म आती है ऐसी निकम्मी सरकार पर वह सरकार बदलनी है जो सरकार निकम्मी है। बड़े-बड़े भ्रष्टाचारी नेता बड़े-बड़े उद्योगपति धन्ना सेठ इस देश को लूट कर विदेश में शरण लेने वाले हैं। कुछ उद्योगपति तो जा भी चुके हैं पहले अंग्रेजो ने लूटा और अब यहां के भ्रष्ट नेता और भ्रष्ट उद्योगपति इस देश को लूट कर जाने वाले हैं। जागो मेरे भारतवासी जागो गरीब किसान मजदूर नौजवान दलित अल्पसंख्यक अगड़े पिछड़े सभी मेरे देशवासी जागरूक हो जाओ मेरी जो पीड़ा है मैंने आपके सामने बयान करी है। 




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