"हरियालो सावन आयो रे" पर गोष्ठी सम्पन्न
धनसिंह—समीक्षा न्यूज
तीज हरियाली उत्साह का संदेश देता है-दर्शनाचार्य विमलेश बंसल
खुदीराम बोस का बलिदान अविस्मरणीय रहेगा -राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य
गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में "हरियालो सावन आयो रे" पर गोष्ठी का आयोजन किया गया । यह कोरोना काल में 263 वां वेबिनार था ।
वैदिक विदुषी दर्शनाचार्या विमलेश बंसल ने कहा कि तीज जब आती है तो चारों और हरियाली, उल्लास, उत्साह का वातावरण बन जाता है । उन्होंने कहा कि सावन की हरियाली प्रतिपल यदि हम चाहते हैं तो श्रुति का संदेश सुनो। पढ़ो पढ़ाओ, सुनो सुनाओ, ईश्वरीय वाणी वेद को घर घर पहुंचाओ, महर्षि दयानंद के अनुसार- वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है वेद का पढ़ना पढ़ाना और सुनना सुनाना परम धर्म है। अपने अपने वर्ण योग्यता पहिचान कर्तव्यों को निभाते हुए अज्ञान को स्वाध्याय द्वारा, अन्याय को न्याय द्वारा, अभाव को आय, अव्यवस्था को सुव्यवस्था-सेवा द्वारा जड़ से मिटाया जा सकता है । स्वयं प्रकृति भी इन दिनों हमें त्यागमयी हो संगच्छध्वं की शिक्षा दे रही है। ईश्वर,जीव और प्रकृति तीनों को सम्यक जानकर ही ज्ञानमय व्यवहार हो तो जीवन हरियाली से भर सकता है।हर सुख का आधार ज्ञान ही है जो ईश्वर ने हमें वेद वाणी के रूप में दिया है हम सभी वेदोक्त होकर जीवन को हरियाली से समृद्ध करें। तत्पश्चात् उन्होने वेद मल्हार सुना कर सभी को आनंदित कर दिया।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने महान क्रांतिकारी 19 वर्ष की आयु में फांसी का फंदा चूमने वाले महान देशभक्त खुदीराम बोस को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि युवाओं को उनके बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए । उनके 113 वे बलिदान दिवस पर राष्ट्र रक्षा का संकल्प लेना चाहिए।
मुख्य अतिथि आर्य नेत्री प्रेम सब्बरवाल व अध्यक्ष सुनीता रसोत्रा ने तीज के महत्व पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि ये मिलने मिलाने का त्यौहार है ।
राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि प्रफुल्लित और झूलते झूले प्राकृतिक सौंदर्य एक नया जोश जीने के लिए पैदा करते हैं ।
गायिका रजनी गर्ग,अनुश्री खरबंदा,वीना वोहरा, प्रतिभा कटारिया, ईश्वर देवी,राज चावला, पिंकी आर्या, विजयलक्ष्मी आर्या, सुशांता अरोड़ा, रजनी चुघ, चंद्र कांता आर्य,वीरेन्द्र आहूजा , प्रवीना ठक्कर,रवीन्द्र गुप्ता आदि ने गीत सुनाये ।
हापुड़ से आनंद प्रकाश आर्य, महावीरसिंह आर्य,डॉ. रचना चावला, प्रो.करुणा चांदना, आस्था आर्या,वीना आर्या,देवेन्द्र गुप्ता,संध्या पांडेय, कुसुम भंडारी, अनिता ग्रोवर,पूजा सलूजा, अंजू मेहरोत्रा आदि उपस्थित थे ।
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