अंडा शाकाहारी नहीं अपितु मांसाहारी है



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

केन्द्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला व संजीव बालियान माफी मांगें-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि गत 8 अक्टूबर को हापुड़ में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने "अब फल के समान है अंडा" कह कर करोड़ों शाकाहारी हिन्दुओ की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई है,साथ ही डॉ संजीव बालियान द्वारा समर्थन करना दुर्भाग्यपूर्ण है।अनिल आर्य ने कहा कि अंडा खाने को शाकाहारी कहकर प्रेरित करने का आर्य समाज कड़ा विरोध करता है।वैदिक धर्म में जीव हत्या व  मांसाहार महापाप है।यह भारतीय संस्कृति का अपमान है, दोनों मंत्री धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगें व अपना वक्तव्य वापिस लें अन्यथा प्रधानमंत्री जी  से अनुरोध है कि इन्हें पदमुक्त करें ।

वैदिक विद्वान डॉ. विवेक आर्य ने कहा कि जो वस्तु पेड़ पौधे से प्राप्त होती है वह शाकाहारी एवम् गर्भ से पैदा होने वाली चीज मांसाहार ही कहलायेगी।मनुष्य स्वाभाविक व प्राकृतिक रूप से शाकाहारी ही है।उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान के अनुसार शाकाहार मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम है और मांसाहार बीमारियों का घर है ।

परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री महेन्द्र भाई, प्रान्तीय अध्यक्ष आनन्द प्रकाश आर्य व महामंत्री प्रवीण आर्य, देवेन्द्र भगत ने भी केन्द्रीय मंत्रियों के वक्तव्य को भारतीय संस्कृति पर कड़ा प्रहार बताया ।


Post a Comment

0 Comments