ब्रह्माकुमारिज जोशीमठ के सौजन्य से विद्यालयों में व्यसन मुक्ति कार्यक्रम



समीक्षा न्यूज नेटवर्क

जोशीमठ।  नशा मुक्त उत्तराखंड करने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारिज ईश्वरीय विश्व विद्यालय, जोशीमठ गढ़वाल ने  "मेरा उत्तराखंड, व्यसन मुक्त उत्तराखंड" अभियान के द्वारा समस्त गढ़वाल के जोशीमठ क्षेत्र को जागरूक करने हेतु सरकार द्वारा जनहित में पारित Covid-19 के सभी निर्देशों का पालन करते हुए मोबाइल वैन द्वारा प्रोजेक्टर शो से आज हुई सेवााओं का पूरा व्योरा इस प्रकार से है। जोशीमठ में 16/12/2021 को नशा मुक्ति जागरूकता की एक रिपोर्ट।

1. शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम निकेतन हाई स्कूल, जोशीमठ में व्यसनमुक्ति शिविर में सहयोग देते हुए 120 छात्रों एवं शिक्षकों को जागरूक किया।          

2. राजकीय इंटर कॉलेज बड़ागांव के 150 छात्र एवं छात्राओं को नशामुक्ति के प्रति जागरूक किया गया।

 विशेषज्ञ - बी. के. राजीव ने बताया कि राजयोग व्यक्ति के मन को सकारात्मक दिशा में ले जाने वाली एक विधि है। राजयोग तत्व दर्शन का सार यही है कि आप अपने मन बुद्धि एवं संस्कारों के स्वयं नियंता है राजयोग का केवल कुछ ही महीनों का अभ्यास व्यक्ति के मन को काफी अधिक नियंत्रित कर सकता है ऐसा व्यक्ति कभी भी बुरी आदतों का दास नहीं बन सकता, जिसको ब्रह्माकुमारीज द्वारा निशुल्क सिखलाया जाता है।

प्रिंसिपल प्रभारी महोदय ने बच्चों को प्रेरित किया कि शादी फंक्शन में शराब आदि नशीले पदार्थों के सेवन की कुप्रथा को बंद करने में अपनी सहभागिता निभायें। व्यसनमुक्ति जागृति के इस नेक कार्य को युवा पीढ़ी के लिए वरदान बताया।

   ब्रह्माकुमारीज की तरफ से इन कार्यक्रमों को सफल बनाने में राजयोगिनी बी. के. अमनदीप कौर बहन, बी के. विनय, बी. के.नीतीश और बी. के. राधेश्याम  ने सहयोग दिया।

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