अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान ने किया ध्यान योग शिविर का आयोजन




समीक्षा न्यूज संवाददाता

गाजियाबाद। अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान पंजीकृत द्वारा आर्य समाज गांधी नगर में ध्यान योग शिविर का आयोजन किया गया। 

महामंत्री दयानन्द शर्मा ने ओम की ध्वनि,गायत्री मंत्र एवं शिविर संयोजक अशोक शास्त्री जी ने

दीप प्रज्वलित कर सत्र को प्रारंभ किया।

योगी चरथ कुमार जी ने साधकों को सूक्ष्म व्यायाम,हाथों,पैरों और गर्दन के अभ्यास कराए एवं लाभों की चर्चा की।

योग शिक्षक श्री प्रदीप त्यागी ने साधकों को वीरेचन क्रिया,आर्ट ऑफ लिविंग भास्रिका,प्राणायाम, दीर्घ श्वसन,कपाल शोधन, अनुलोम विलोम,भ्रामरी व नाड़ी शोधन का अभ्यास कराया और उसके लाभों की चर्चा करते हुए बताया कि इस क्रिया से तन,मन और श्वासें शांत होती हैं,आवा गमन करती श्वासों को सजग प्रहरी की तरह देखने को बोला और कहा इन क्रियाओं से आप प्राणवान बनते हैं।

संस्थान के उपाध्यक्ष श्री मनमोहन वोहरा ने साधकों को आंखें बंद, मेरु दंड सीधा,गर्दन सीधी करा, ध्यान मुद्रा मे बैठाया,चेहरे पर मंद मंद मुस्कान का निर्देश दिया, उन्मनी मुद्रा में मन को नियंत्रित करने वाला मंत्र ओ३म् का श्वांस प्रश्वांस 11 बार गुंजार कराया और नासिका के अग्रभाग पर ध्यान कराया जिससे सभी को परम शांति का अनुभव हुआ।उन्होंने कहा कि ध्यान करने वाले साधक को ध्यान से आश्चर्यजनक लाभ होते हैं।हृदय संबंधीl समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिये नियमित ध्यान बेहद मददगार साबित होता है।मानसिक चंचलता और अस्थिरता पर नियंत्रण होता है।मानसिक तनाव,चिंता,भय और हीनभावना से छुटकारा मिलता है।कमजोर दिमाग और याद्दाश्त की समस्या से मुक्ति मिलती है।

आर्य समाज के मंत्री श्री वेद व्यास ने कहा कि योगी योग मार्ग पर चलकर मोक्ष की प्राप्ति करते हैं।योगी से देश का कल्याण निश्चित होता है।ध्यान योग द्वारा विनाशी शरीर से अविनाशी को अनुभूत किया जा सकता है।

संस्थान के अध्यक्ष के के अरोडा ने 55 वर्ष की आयु में बचपन का अनुभव करने हेतु एमएसपी पर विस्तृत चर्चा की वा सभी को हास्यासन कराया जिससे सभी में ऊष्मा का संचार हो गया।

संस्थान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं शिविर संयोजक श्री अशोक शास्त्री जी ने अपनी 55 वीं वैवाहिक वर्षगांठ पर आयोजित शिविर में भाग लेने पर साधकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि योग हमारे मन मस्तिष्क को ठीक करता है,इससे हम तनाव मुक्त रहते हैं।

योगी प्रवीण आर्य ने ईश्वर भक्ति का गीत 'कण कण में जो रमा है,हर दिल में है समाया' सुनाकर एवं ईश चर्चा कर माहोल को भक्तिमय बना दिया। 

योग शिक्षिका सुमन जी ने वैदिक प्रार्थना व शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न कराया एवं जलपान लेकर साधकों ने प्रस्थान किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री देवेंद्र हितकारी,राजेश शर्मा,चौधरी मंगल सिंह,लक्ष्मण कुमार गुप्ता,वीना वोहरा,सुमन बंसल एवं जॉली शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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