मैं आज की भारतीय
मैं गाँव सींचती गंगा की अबियारी हूँ
मैं आज के भारतीय युग की नारी हूँ
बोस गोखले गाँधी पैदा करे कोख से
भगतसिंह बिस्मिल्लाह की ख़ुद्दारी हूँ
मैं आज की भारतीय
मैं काली दुर्गा मैं सीता मैं भारत माता
मैं शेरोवाली शेर की करती सवारी हूँ
मैं आज की भरतीय
चांद सितारे उतारे है जिसकी आरती
मैं वही सीता माता सी बन संस्कारी हूँ
मैं आज की भारतीय
मैं लक्ष्मीबाई बनकर तलवार उठा लूँ
मैं मीरा बन कृष्णभक्ति में बलिहारी हूँ
मैं आज की भारतीय
चितौड़ मैं पद्मनी बनकर गई मैं जौहर
राजपूतो की रख मैं शान ललकारी हूँ
मैं आज की भारतीय
मादरे वतन मैं हो जाऊं तुझपे कुर्बान
दिल में मेरे मैं रखती इतनी ख़ुद्दारी हूँ
मैं आज की भारतीय
अशोक सपड़ा हमदर्द
दिल्ली से
9968237538
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