डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह ने किया खादी उत्सव- 2023 का उद्घाटन



धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

गाजियाबाद। 11 दिवसीय खादी उत्सव- 2023 कवि नगर रामलीला मैदान में जिला प्रशासन गाजियाबाद के निर्देशन में खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा 12 फरवरी से 22 फरवरी तक लगाया गया है। इसमें लखनऊ की चिकनकारी, सहारनपुर की लकड़ी का सामान, खुर्जा की पॉटरी, बनारस की साड़ियां, सूरत गुजरात की साड़ियां, पश्चिम बंगाल की पेंटिंग, सीतापुर की दरी, मध्यप्रदेश की जड़ी बूटियां, मुरादाबाद का पीतल का सामान, आचार मुरब्बा, शुद्ध शहद विभिन्न प्रदेशों के स्टॉल तथा मुख्य रूप से खादी से बने कपड़े, साड़ियां, चादरों आदि की स्टॉल लगाए गए। आज 14 फरवरी को इस खादी उत्सव का भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागरिक उड्डयन डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह द्वारा शिरकत की गई। इस अवसर पर मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह द्वारा सर्वप्रथम उक्त कार्यक्रम में लगाई गई खादी उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। तदोपरांत दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में गणेश वंदना के पश्चात कलाकारों ने कलर्स ऑफ इंडिया थीम आधारित नृत्य के माध्यम से भारत के विभिन्न राज्यों एवं प्रांतों की झांकी प्रस्तुत की। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने स्वागत संबोधन में प्रदर्शनी के महत्व को बताते हुए 11 दिवसीय प्रदर्शनी के सफलतापूर्वक संपन्न होने की शुभकामनाएं दी। मुख्य अतिथि मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह जी ने खादी उत्सव की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए लघु उद्योग एवं आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की ओर उत्साहित किया एवं केंद्र सरकार से इसके लिए जितना भी सहयोग अपेक्षित है उसके लिए स्वयं को पूर्ण रूप से समर्पित होने का वचन दिया। उन्होंने अपने संबोधन में केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी एवं प्रदेश सरकार की योजनाओं में भरपूर सहयोग करने के लिए सभी का आवाहन किया। मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को पूर्ण करने का स्वप्न जो मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा दिखाया गया है उसके लिए लघु एवं मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे उत्सवों की अत्यंत आवश्यकता है। लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने से ही हम बड़ी से बड़ी व्यापारिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो पाएंगे, इसमें खादी ग्राम उद्योग की अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका है। मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि इस खादी उत्सव का उद्देश्य है कि गरीब से गरीब व्यक्ति को भी रोजगार की उपलब्धि हो। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यकाल में खादी को देश-विदेश में एक नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि खादी के प्रोत्साहन के लिए जो लोग इस क्षेत्र में खादी से जुड़े हैं उनको प्रोत्साहित करने के लिए इस खादी उत्सव का आयोजन किया गया है। इस उत्सव के अंतर्गत विभिन्न जनपदों से आए हुए व्यापारियों के द्वारा यह स्टॉल लगाए गए जिससे कि वह अपने उत्पाद सही मूल्य पर बेच सकें और  प्रदेश सरकार द्वारा यह एक बहुत ही सराहनीय कदम है जिससे कि खादी को एक नई पहचान मिल रही है तथा खादी के कपड़ों का बढ़ावा भी हो रहा है। देश के साथ-साथ विदेशों में भी खादी को बहुत ही बढ़ावा दिया जा रहा है क्योंकि इसको एक नए फैशनेबल रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। विदेशों में ज्यादातर सिंथेटिक कपड़ों का उपयोग होता है उनका स्थान भी धीरे-धीरे खादी लेती जा रही है। इसलिए विदेशों में भी इसे काफी पसंद किया जा रहा है। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि उ0प्र0 भारत का ग्रोथ इंजन हैं तथा देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।



 उत्तर प्रदेश मूलतः गावों में बसता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था में ग्रामोद्योग एवं खादी उद्योग काफी समय ही ग्रामीण रोजगार सृजन एवं स्वावलम्बन के मुख्य स्तम्भ रहे हैं। खादी और ग्रामोद्योग के द्वारा हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए स्वदेशी आंदोलन चलाया गया जिससे मूल रूप से राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास हुआ और हम अत्यधिक अल्प समय में अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र होकर मुक्त हो पाये। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को 05 ट्रिलियन डॉलर किये जाने का लक्ष्य दिया गया है जिसके परिप्रेक्ष्य में मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा 01 ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी उत्तर प्रदेश राज्य को बनाये जाने हेतु संकल्पित हैं और उसके लिए प्रदेश और भारत सरकार के स्तर पर मिशन मोड पर कार्य किया जा रहा है। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 35 लाख करोड़ के एम0ओ0यू0 देश एवं विदेश के प्रमुख व्यावसायिक घरानों के द्वारा किये गये। इन एम0ओ0यू0 के धरातल पर उतरने के बाद 01 करोड़ से अधिक लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही मा0 प्रधानमंत्री जी की अवधारणा "वोकल फोर लोकल" को साकार करने के लिए खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग भी प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद गाजियाबाद में मिशन रोजगार को मुहिम के रूप में लेते हुए जनपद के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादन एवं सेवा क्षेत्र में (प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना तथा मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना) के अन्तर्गत 275 इकाईयों की स्थापना के साथ 1555.00 लाख का पूंजी निवेश अनुदान रू0- 425.38 लाख वितरित कराते हुए 2198 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन कराया गया है। जनपद में तकनीकी रूप दक्ष बेरोजगार गरीब व्यक्तियों/महिलाओं को अपने घर पर स्वरोजगार के लिए 90 लाभार्थियों को निःशुल्क टूल किट्स (मोटराईजड दौना पत्तल मशीन, पॉपकॉर्न मशीन एवं विद्युत चलित चाक) देकर स्वावलम्बी बनाया गया है। यह योजना वर्तमान में भी सतत जारी है। जनपद के ग्राम- सादत नगर इकला में स्फूर्ति योजना के अन्तर्गत महिला कत्तिन और बुनकरों की आमदनी को स्थानीय स्तर पर बढ़ाने एवं स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से गाजियाबाद खादी हैण्डलूम क्लस्टर की स्थापना रू0 450.00 लाख का अनुदान वितरित कर करायी जा रही है। इसकी स्थापना से एक शेड के नीचे लगभग 1000 कत्तिन बुनकरों को सीधे रोजगार प्राप्त होगा।जनपद गाजियाबाद में खादी उत्पादन से जुड़ी 06 संस्थाओं के माध्यम से 1288 कत्तिन एवं 438 बुनकरों के द्वारा 911.00 लाख का सौलर चर्खा, न्यू मॉडल चर्खा एवं परम्परागत चरखो के माध्यम से उत्पादन एवं 942.00 लाख की बिक्री की जा रही है। उत्पादन कार्य को बढ़ाने के लिए नई सोलर तकनीक के माध्यम से बिना पर्यावरण को दूषित किये इको फ्रेंडली वस्त्रों का उत्पादन एवं डिजाईनिंग के साथ ऑनलाईन प्लेटफार्म अमेजोन, फ्लीपकार्ट, रेमंडस आदि से सहयोग प्राप्त कर खादी उत्पादों की बिक्री की जा रही है। उ0प्र0 सरकार द्वारा खादी को प्रोत्साहित कर जन-जन तक पहुंचाने के लिए खादी से जुड़ी संस्थाओं को रू0- 70.78 लाख का अनुदान दिया गया है।मण्डल स्तरीय खादी प्रदर्शनी में देश के 08 राज्यों से उद्यमी, कारीगर, बुनकर, हैण्डीकाफट कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। ऐसे सूक्ष्म उद्यमी जिनके उत्पादों को उचित प्लेटफार्म न मिलने के कारण अपने उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है ऐसे छोटे-छोटे उद्यमियों के उत्पादों की बिक्री एवं प्रचार-प्रसार कराकर उन्हें प्रदर्शनी के माध्यम से पुरस्कृत एवं प्रोत्साहित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। आशा है कि इस तरह के प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि जनपद गाजियाबाद में बहुत ही भव्य रुप से खादी उत्सव मनाया जा रहा है। 08 राज्यों के 91 शिल्पकार उत्सव में अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं। इसमें तकरीबन 05 स्टॉल्स गाजियाबाद के हैं। स्वयं सहायता समूह के स्टॉल भी उत्सव में लगे हुए हैं साथ ही स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों को खादी उत्सव में प्रदर्शित कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को अधिक से अधिक लोगों के बीच लेकर जाएं। प्रदेश के 04 जनपदों में खादी उत्सव आयोजित किया जा रहा है जिसमें जनपद गाजियाबाद भी शामिल है। खादी अब केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है एवं विदेशों में बड़े-बड़े स्टोर्स पर अब खादी के कपड़े नजर आते हैं। इस अवसर पर जिला ग्राम उद्योग अधिकारी संजय श्रीवास्तव द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त प्रदर्शनी में भारत के 08 राज्यों के 42 जनपदों के उद्यमियों द्वारा प्रतिभाग किया गया है जिसमें खादी से संबंधित विभिन्न उत्पादों की 91 स्टॉल लगाई गई। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ0 जनरल वी0के0 सिंह ने जरूरतमंदों/लाभार्थियों को छोटे-छोटे उद्योग लगाने के लिए निशुल्क पॉपकॉर्न मेकिंग मशीनों का वितरण किया जिसमें श्रीमती सरोज ग्राम रावली कला, श्रीमती ममता ग्राम रोशनपुर सलेमाबाद, श्रीमती रेखा ग्राम रेवड़ी रेवड़ा, श्रीमती शहनाज ग्राम डिंडौली एवं श्रीमती ममता ग्राम बसंतपुर सेंथली गाजियाबाद शामिल रहे। मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री द्वारा निशुल्क दौना पत्तल मेकिंग मशीन वितरण हेतु चयनित लाभार्थियों में श्रीमती फरजाना ग्राम बसंतपुर सेंथली, श्रीमती सोनी ग्राम कुंहैड़ा, श्रीमती कौशल ग्राम मनौली, श्रीमती वर्षा ग्राम रेवड़ी रेवड़ा, श्रीमती शशि ग्राम हुसैनपुर, श्रीमती कमलेश कल्लुगढ़ी डासना देहात, श्रीमती सुनीता भूडगढ़ी डासना देहात एवं श्रीमती मोनिका ग्राम सादातनगर इकला गाजियाबाद को निशुल्क दौना पत्तल मेकिंग मशीन वितरित की गई। इसके साथ ही मा0 केंद्रीय राज्य मंत्री द्वारा दीपक गर्ग को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत ₹50 लाख का चैक, पुनीत त्यागी को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत ₹25 लाख का चैक, बिंटू कुमार को मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अंतर्गत ₹05 लाख का चैक, सुभाष को मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना के अंतर्गत ₹10 लाख का चैक, शगुन त्यागी को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत ₹11 लाख का चैक एवं अनुज कुमार पाण्डेय को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत ₹25 लाख का चैक भी वितरित किए गए। कार्यक्रम के दौरान परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 पी0एन0 दीक्षित, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रदीप द्विवेदी एवं प्रशासन के विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंच का संचालन बेसिक शिक्षा विभाग की पूनम शर्मा द्वारा किया गया। 

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