आशादीप फाउंडेशन 37वां वार्षिक खेल महोत्सव आयोजित



धनसिंह—समीक्षा न्यूज  

साहिबाबाद। आशादीप फाउंडेशन डी-81 शहीद नगर शालीमार गार्डेन के ग्राउंड में 37वां वार्षिक खेल महोत्सव का आयोजन किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रूप सुधेश विमल, बाल कल्याण अधिकारी, विशिष्ट अतिथि अरुण शर्मा जिला बाल संरक्षण अधियाकरी, मुख्य वक्ता लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव रहे, महिला उत्थान संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिन्दु राय सम्मानित अतिथि ने भी कार्यक्रम में भाग लिया, आशादीप फाउंडेशन के निदेशक एच0 के0 चेट्टी, कार्याधिकारी श्रीमती ज्योति चेट्टी ने कार्यक्रम में शामिल सभी गणमान्य विद्वानों, अतिथियों का स्वागत किया, श्रीमती ममता अरोड़ा द्वारा समारोह को सफल बनाने में किये गये अथक प्रयास तथा उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की गयी, समारोह में शामिल दर्शकों, अविभावकों ने जोरदार तालियाँ बजाकर छात्र-छात्राओं के खेल के प्रति सफल प्रयास के लिए उत्साहवर्धन किया। मशाल ले, कैप्टन ने दौड़ लगा खिलाड़ियों में जोश पैदा कर दिया। “आशादीप है नाम हमारा” गीत प्रस्तुत किया गया।



कार्यक्रम के बारे में विस्तार से निदेशक एच0 के0 चेट्टी  ने बताया कि इस कार्यक्रम में 600 लोगों ने भाग लिया, हम अविभावकों, अतिथियों और बच्चों का आभार व्यक्त करते है, उन्होने कार्यक्रम को सफल बनाया तथा सराहना की, कि हम 39 वर्ष से संस्था के माध्यम से उपेक्षित, अवहेलित तथा शिक्षा से वंचित लोगों में शिक्षा और चिकित्सा हर प्रकार की आवश्यकता की पूर्ति के लिए कार्यरत है, अब संस्था 5 लाख से अधिक लोगों से जुड़कर काम कर रही है, उनके बहुमुखी विकास के लिए वचनबद्ध है, 37वें वार्षिक खेल महोत्सव में बॉल ड्रिल, जोकर ड्रिल, बॉल रेस, रैबिट रेस, स्कीपिंग रेस, प्रोप ड्रिल का आयोजन किया गया, बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया, हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते है।



लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि आज विश्व स्तर पर खेलों का आयोजन हो रहा है, हमारे देश में भी खेलों का आयोजन लगातार हो रहा है, खेल प्रेमियों के लिए मनोरंजन के साथ आपस में मिलकर प्रेम, सहयोग, त्याग और समर्पण की भावना को बल मिलता है, खेल बाल्यकाल से शुरू हो जाता है, खेल से शारीरिक, मानसिक, नैतिक ताकत मिलती है, मित्रता आपस में भाईचारा, सद्भाव, सम्मान भी बढ़ता है, धनार्जन के साथ-साथ त्याग की भावना बलवती होती है, देश के प्रति ज़िम्मेदारी भी बढ़ती है, खिलाड़ी पूरी ताकत से खेलकर विजय प्राप्त कर देश का सम्मान बढ़ाता है, हमे खिलाड़ियों का सम्मान करना चाहिए, तथा उनका उत्साहवर्धन करते रहना चाहिए। जिससे वह निष्ठा और लगन से अच्छा प्रदर्शन कर सकें। जीत, हार में समान रहना ही अच्छे खिलाड़ी की पहचान है, हार से कभी निराश नहीं होना बल्कि जीतने के लिए सतत प्रयत्न शील रहना चाहिए, प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया, क्रिकेट विजेताओं को भी ट्रॉफी प्रदान की गयी। आई0एम0टी0 गाजियाबाद ने समारोह में भाग लिया।




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