सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति सहित सम्बंधित अन्य विभागों की बैठक संपन्न



धनसिंह—समीक्षा न्यूज

गाजियाबाद। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में आज जिला पोषण समिति, जिला निगरानी समिति, गोद लिए आदर्श आंगनबाडी केन्द्र एवं जिला स्वास्थ्य समिति की सयुक्त बैठक कलक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर ए0एन0एम0 एवं सी0एच0ओ0 के द्वारा सैम बच्चों का चिन्हाकन कर ई-कवच पोर्टल पर प्रत्येक ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर अनिवार्य रूप से अपलोड करने हेतु निदेर्शित किया गया। बैठक की समीक्षा में यह भी संज्ञान में आया कि पिछली बैठक में दिये गये निर्देश के क्रम में शहरी क्षेत्र में सैम बच्चों को आवश्यक 05 दवाईयाॅ (आयरन सीरप, एमोक्सीसिलीन, फोलिक एसिड, विटामिन ए एवं मल्टाविटामिन) का वितरण नही किया गया जो कि आवश्यक रूप से किया जाना था, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि चिन्हित समस्त अतिकुपोषित एवं सैम बच्चों में से मात्र 06 बच्चों को ही एन0आर0सी0 में भर्ती किया गया है जो कि अत्यन्त खेद का विषय है। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि आगामी माहों मे उक्त स्थिति नही पायी जानी चाहिए एवं एन0आर0सी0 में प्रतिमाह 22-25 बच्चों को भर्ती कराया जाये, जैसे की आयुक्त मेरठ मंडल महोदया के द्वारा मण्डलीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिये गये थे कि एन0आर0सी0 में शत-प्रतिशत बेड भरे होने चाहिए तथा 100 प्रतिशत बच्चे सुपोषित होने चाहिए। उन्होंने निर्देशित किया कि एन0आर0सी0 में भर्ती बच्चों के अभिभावकों हेतु समुचित मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जाये, जिससे अभिभावक आवश्यतानुसार समय तक एन0आर0सी में रहकर अपने बच्चे का पूरा इलाज करा सके। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि एन0आर0सी0 में उचित प्रबन्धन हेतु केयरटेकर की नियुक्ति एवं एन0आर0सी0 में बेड खाली न रहने के सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्साधिकारी को सैम बच्चों को रेफर करने हेतु निर्देशित करे तथा मासिक रूप से अपने स्तर से समीक्षा करे। उन्होंने निर्देशित किया कि आंगनबाडी कार्यकत्री ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर सभी सैम एवं गम्भीर अल्प वनज बच्चों की सूची सहित उपस्थित रहें तथा सी0एच0ओ0 एवं ए0एन0एम0 के स्वास्थ्य जाॅच कराकर ए0एन0आर0सी0 में भर्ती कराये। साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी सी0एच0सी0 पर एन0आर0सी0 बनाने हेतु भी निर्देशित किया गया। एनिमिया मुक्त भारत की समीक्षा में पाया गया कि ए0एन0एम0 के द्वारा 07 माह से 05 वर्ष के बच्चों में आयरन की सीरप मात्र 0.3 प्रतिशत ही प्राप्त हुयी है, 05 से 09 वर्ष के बच्चों में आई0एफ0ए0 की गुलाबी गोली का वितरण 0.00 प्रतिशत हुआ है जो कि प्राइमरी विद्यालय के द्वारा किया जाना है जिस पर सभी एम0ओ0आई0सी0 एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी को सख्त निर्देश दिये गये कि सभी बच्चों को आयरन का वितरण अनिवार्य रूप से किया जाये, अन्यथा कि स्थिति में आवश्यक कार्यवाही हेतु बाध्य होना पडेगा। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त जिला स्तरीय अधिकारियो को निर्देशित किया गया कि गोद लिए आंगनबाडी केंद्रों का मासिक निरीक्षण करने के उपरान्त निरीक्षण आख्या जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में अवश्य उपलब्ध करायें। इसके साथ ही केन्द्र पर पोषाहार वितरण अपने समक्ष करायें। आंगनबाडी केंद्रों के निरीक्षण के समय केन्द्र पर पायी गयी कमियों का यथा सम्भव अपने स्तर से समाधान करें। आंगनबाडी केंद्रों के सैम-मैम बच्चों को कुपोषण मुक्त कराने हेतु प्रयास करें। समस्त जिला स्तरीय अधिकारी अपने समक्ष पोषाहार आंगनबाडी केन्द्रो पर वितरण करायें। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, मण्डल समन्वयक पोषण अभियान गरिमा सिंह के साथ-साथ पोषण अभियान के सहयोगी विभागों तथा जिला निगरानी समिति के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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