धनसिंह—समीक्षा न्यूज
ग़ाज़ियाबाद। मंडूक ऋषि की तपोभूमि ग्राम मंडोला में बृहस्पतिवार को श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस कथा व्यास महामंडलेश्वर भैया दास जी महाराज की धर्म बेटी बाल साध्वी राधा देवी ने सभी भक्तों को कथा का श्रवण कराया जहां ले चलोगे वही मैं चलूंगी ,पार भव से उत्तर जाएगा,क्या बोलना पड़ेगा राधे राधे भजनों पर सभी भक्तों को मंत्र मुग्ध करते हुए खूब झूमते हुए नजर आए। द्वितीय दिवस की कथा में जाति पाती छोड़कर भक्ति में लग जाने पर जोर देते हुए साध्वी जी ने कहा कि जाति पाती पूछे ना कोय। हरि को भजे हरि का होय। भगवान किसी जाति से नही मनुष्य के शुभ कर्मों से प्रसन्न होते है। धुंध कारी की कथा सुनाते हुए कहा की संग का बहुत बदा असर पड़ता है। संग सदैव ही सत्पुरुषों का ही करना चाहिए। धुंधकारी ब्राह्मण कुल में जन्म लेने के बाद भी कुसंग मिलने से उसने अपना पतन कर लिया और गोकर्ण ने सतपुर्षों का संग होने से उसने अपना भी और धुंधकारी का ही नही पुरी बस्ती का उद्धार कर दिया। इसलिए सेवा तो सभी की करो परंतु संग सतपुर्षो का ही करो। कथा में श्री चरण त्यागी जी, महंत श्री सत्यवीर त्यागी, श्री मंगल शर्मा जी, पंडित गौरव त्रिपाठी जी, श्री सचिन त्यागी, प्रवीण शर्मा मंडोला, रितिक, राज, बागेश त्यागी अतेंद्र प्रधान जितेंद्र त्यागी जी ,राघव, पंडित सोनू शर्मा,कृष्ण चिराग त्यागी आदि समस्त ग्राम वासी उपस्थित रहे।
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