सीएम ने 60.90 की लागत से बनने वाले विश्रामगृह का किया शिलान्यास, कई सड़कों का होगा डामरीकरण




वाचस्पति रयाल

समीक्षा न्यूज 

11वाँ श्री घंटाकर्ण धाम में आयोजित दिव्य/ महायज्ञ अनुष्ठान में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

नरेद्रनगर। समुद्र तल से 8 हजार फीट की ऊंचाई पर पट्टी क्वीली के घंडियाल पर्वत शिखर पर विराजमान घंटाकरण धाम में 11 वाँ दिव्य महायज्ञ/अनुष्ठान के समापन पर आज प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल, पूर्व विधायक विजयपाल सजवान भी भगवान घंटाकर्ण धाम पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान घंटाकर्ण मंदिर में माथा टेका और मन्नतें मांगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर द्वारा मंदिर धाम से डेढ़ सौ मीटर दूरी पर बने हेलीपैड पर उतरे, इस दौरान उनके साथ क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश की वन तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री धामी का फूल-मालाओं और ढोल-नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपार भीड़ व जन समर्थन को देखते हुए गदगद नजर आए। अपने संबोधन में धामी ने जनता द्वारा दिए जा रहे अपार जनसमर्थन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास को लेकर आखिरी गरीब तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाना चाहती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विकास के पर्याय माने जाने वाले क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा अपेक्षित मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया।

  मुख्यमंत्री ने घंटाकर्ण धाम में 60 लाख 90 हजार की लागत से बनने वाले विश्राम गृह का शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने घंटाकर्ण धाम के लिए निर्माणाधीन सड़क को जल्द पूरा करने के निर्देश देते हुए धाम तक मोटर मार्ग डामरीकरण करने की बात कही व कहा कि घंटाकर्ण धाम तक सड़क पहुंचने से इसकी गिनती प्रसिद्ध धामों में होगी। मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पट्टी दोगी क्षेत्र को घंटाकर्ण धाम से जोड़ने के लिए सड़क निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने खत्याड़,दाबड़ा,पूरवाला-ससमण से कौडियाला मोटर मार्गो पर डामरीकरण व विस्तारीकरण की बात कही। क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के वन तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय जनता को आश्वस्त किया कि भारतीय जनता पार्टी जन सरोकारों से जुड़े तमाम जनहित के कार्यों को करने में निरंतर रिकॉर्ड दर्ज कर रही है और यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति तक विकास योजनाओं की किरण नहीं पहुंच जाती। इस दौरान मंदिर धाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तजन भगवान घंटाकर्ण के दरबार में माथा टेकने, मन्नतें मांगने और भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने घंटाकर्ण धाम पहुंचे।

बताते चलें कि 20 से 30 मई तक चले इस दिव्य महायज्ञ में भगवान घंटाकर्ण के अनन्य भक्त जन सैकड़ों मील दूर से हवन कीर्तन में हिस्सा लेने श्रद्धालु भक्तजन धाम में पहुंचे थे। बांँज-बुराँश व देवदार के घने वृक्षों के बीच ऊंचे पर्वत शिखर पर विराजमान सुसज्जित नवनिर्मित भगवान घंटाकर्ण धाम मंदिर की सौंदर्यता तो देखते ही बनती है। सौंदर्यता की संजीवनी देने वाले वृक्षों के झुरमुटों से युक्त वनप्रांत के मध्य में विराजमान भगवान घंटाकर्ण धाम मंदिर मणिकर्णिका के सदृश चमचमाते हुए पचासों मील दूर से हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर दैवीय  शक्ति का एहसास करा जाता है। इसे भगवान घंटाकर्ण धाम की कृपा अथवा एक अद्भुत संयोग ही  माना जा सकता है कि भगवान घंटाकर्ण मंदिर पट्टी क्वीली, पालकोट, दोगी,धमाँदस्यूँ,कुँजणी व धारअक्रिया आदि हजारों-हजार जनसंख्याओं वाली पट्टियों के मध्य उतुंग पर्वत शिखर  के ठीक मध्य में सदियों से लाखों-लाख भक्तजनों के ईष्ट देव व क्षेत्रपाल के रूप में विराजमान व पूज्य हैं।

  मंदिर धाम के मीडिया प्रभारी नरेंद्र बिजलवान बताते हैं कि मंदिर धाम के पुजारी आचार्य दर्शन लाल बिजल्वाण,आचार्य अनिरुद्ध मैथानी तथा आचार्य मनोज पांडे द्वारा भगवान घंटाकर्ण धाम में 11 वें दिव्य- महायज्ञ अनुष्ठान का वैदिक मंत्रोचार के साथ विधि विधान पूर्वक शुभारंभ किया गया। 20 से लेकर 27 मई तक घंटाकरण धाम मंदिर में विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना के बाद 28 मई को भगवान घंटाकर्ण का निशान व डोली  लेकर श्रद्धालु भक्त जन मंदिर धाम के अध्यक्ष विजय प्रकाश बिजल्वाण, भगवान घंटाकर्ण के पश्वा कुलवीर सिंह सजवान, सत्येंद्र सिंह सजवान, अशोक बिजल्वाण, डॉक्टर जगमोहन सजवान, धूम सिंह चौहान की अगुवाई में गंगा स्नान हेतु देवप्रयाग गंगा स्नान के लिए पहुंचे। घंटाकर्ण भगवान के निशान व डोली को स्नान करवाकर श्रद्धालुओं की टीम देवप्रयाग स्थित रघुनाथ मंदिर पहुंचे व पूजा अर्चना की। भगवान घंटाकर्ण का निशान एवं डोली लेकर श्रद्धालु भक्तजन घंटाकर्ण मंदिर से गजा,पोखरी, बमणगांव,दंदेली,क़ोट,चाका, लसेर,कर्णामाता मंदिर, देवप्रयाग, कौडियाला स्थित शिव मंदिर, बडीर, गंगलसी,नसोगी, बुगाला,डैंठ,ससमण,पूरवाला, मिंडाथ, क्यारीखाल़,लोयल,मुँडाला, नाई,बमुँड,सिलकणी,पजैगाँव, घीगड,भैरगढ़,बाँसकाटल, टिपरी,भाँगला गौरजा देवी मंदिर, कोटर,जमोला,फरसूपाणी,मंज्याड़ी व मठियाली होते हुए 29 मई मध्य रात्रि गजा पहुंचे। जहाँ से वे 30 मई सुबह को भगवान घंटाकर्ण का निशान व डोली सहित श्रद्धालुओं की टीम घंटाकर्ण धाम पहुंची। जिस क्षेत्र से भी श्रद्धालु भक्तजन डोली लेकर आगे बढ़े, लोग दर्शनों के लिए घंटों तक भारी संख्या में कतार में खड़े रहे। घंटाकर्ण धाम में आज श्रद्धालु भक्तजन उस वक्त भी बड़े खुश नजर आए जब हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला जी की ओर से उनके प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह सजवान की ओर से मंदिर धाम पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालु भक्तजनों को साल भेंट की गई। इस मौके पर मंदिर धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय प्रकाश विजल्वाण, अमित सजवाण, पारस भट्ट, नगर पंचायत गजा की अध्यक्ष मीना खाती, कुलबीर सिंह सजवाण, डॉक्टर जगमोहन सिंह सजवाण व शिवप्रसाद बिजल्वाण आदि बड़ी संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा।

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