समाज और देश के भविष्य का बोझ अध्यापकों के कंधों पर: श्री विक्रमादित्य सिंह मलिक





धनसिंह—समीक्षा न्यूज 

निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत शिक्षण संस्थानों द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

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मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी श्री विक्रमादित्य सिंह मलिक जी ने दीप प्रज्वलित कर किया एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

गाजियाबाद, 19 जुलाई 2023। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों की क्षमता संवर्धन किए जाने का लक्ष्य है। इसी के मद्देनजर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान और बेसिक शिक्षा विभाग ने जनपद स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। मोहन नगर स्थित इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ऑडिटोरियम में जिले भर के 130 शिक्षक संकुल ने प्रतिभाग किया। व्हाट्सएप में जिले के 25 एकेडमिक रिसोर्स पर्सन ने भी ब्लॉक को निपुण बनाने के गुर सीखे। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी श्री विक्रमादित्य सिंह मलिक जी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उप शिक्षा निदेशक और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य जितेंद्र कुमार सिंह व नवनियुक्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक जी ने अपना प्रेरणात्मक उद्बोधन करते हुए स्वयं के बारे में बताते हुए कहा कि उनके दादाजी बेसिक स्कूल में हेडमास्टर रहे थे। उन्होंने अपनी मेहनत से मेरे पिताजी को आईएएस तक पहुंचाया। इसी से प्रेरणा लेते हुए मेरी बहन ने भी आईएएस क्वालीफाई किया और उनकी प्रेरणा से मुझे भी आईएएस की डिग्री प्राप्त हुई। सीडीओ महोदय ने अध्यापकों से आह्वान किया कि समाज का सहयोग प्राप्त करके स्कूलों का कायाकल्प करें। उन्होंने गैर शैक्षिक संस्था असर की निराशाजनक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षक समय अनुरूप ऐसी पेडागोजी बनाएं कि बच्चे निपुण हो जाएं। उनका कहना था कि समाज और देश के भविष्य का बोझ अध्यापकों के कंधों पर ही है। बच्चों का चौमुखी विकास अध्यापकों का पहला कर्तव्य है। 

शिक्षकों को अपने शिक्षण का एसेसमेंट करने का आह्वान करते हुए प्राचार्य जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि शासन स्तर पर स्कूलों की भौतिक दशा सुधार दी गई है। अभिषेक सीख वातावरण सुधारने की जिम्मेदारी है अध्यापकों पर है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को अपनी उर्जा को सही दिशा देने की जरूरत है। डाइट प्राचार्य का मानना था कि अध्यापकों का मूल्यांकन विभाग ही नहीं बल्कि पूरा समाज और यहां तक कि छात्र भी अपने स्तर पर करते रहते हैं। 

कार्यक्रम के दौरान माननीय मुख्यमंत्री द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग को डीबीटी आदि अर्पित किए जाने वाले कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी किया गया। बड़े पर्दे पर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के इस सजीव प्रसारण को मुख्य विकास अधिकारी समेत उप शिक्षा निदेशक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और डाइट के वरिष्ठ प्रवक्ताओं व मेंटर्स के साथ एसआरजी, एआरपी और शिक्षक स्कूलों ने ध्यान पूर्वक देखा और सुना। 

शिक्षकों की क्षमता संवर्धन कार्यशाला में आगामी सत्र की शैक्षिक रणनीति, प्रिंट ड्रेस मैटेरियल, दीक्षा एप, सामुदायिक सहभागिता, यू डाइस संबंधी जानकारी, शिक्षक संघ कुल बैठकों संबंधी विशेष जानकारियां प्रदान की गई। इस अवसर पर मुरादनगर ब्लॉक के शहजादपुर विद्यालय की तान्या को सीबीएसई बोर्ड के आवासीय विद्यालय में निशुल्क प्रवेश हेतु श्रेष्ठा परीक्षा पास करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यशाला में टीचर ऑफ ट्रेनिंग के रूप में स्टेट रिसोर्स ग्रुप के सदस्य डॉक्टर पूनम शर्मा, डॉ विनीता त्यागी और डॉक्टर देव अंकुर भारद्वाज मौजूद रहे। इस अवसर पर डाइट की उप प्राचार्य ज्योति दीक्षित, जिला कोऑर्डिनेटर अरविंद शर्मा, सुशील कुमार, रुचि त्यागी, कुणाल मुद्गल, टिंकू कंसल आदि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एसआरजी पूनम शर्मा द्वारा किया गया।

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