आज दिनांक 30 जनवरी 2025 को समाजवादी पार्टी महानगर शिविर कार्यालय द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि “सांप्रदायिक सद्भाव” दिवस के रूप में ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में समाजवादी पार्टी गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट के नेतृत्व में आयोजित की गयी, कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी साहिबाबाद विधान सभा अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह काले ने, संचालन प्रेम चन्द पटेल ने किया, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया, कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने महात्मा गाँधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण करते हुए मानव कल्याण कारक उनके विचार को जन-जन तक पहुचाने का संकल्प लिया, कार्यक्रम में प्रयागराज महाकुम्भ में स्नान करने गये श्रद्धालुओं की अव्यवस्था के कारण हुई असमय मौत पर दुःख व्यक्त करते हुए जांचकर दोषियों के विरुद्ध अपराधिक मुक़दमा दर्ज करने की मांग की गयी, मेला में घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की गयीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी चिन्तक, शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का सादगी, सरलता, सत्य, अहिंसा, मितव्यता का जीवन, सभी धर्मों का आदर, सांप्रदायिक सद्भाव, अनेकता में एकता का विचार मानव जाति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है, उन्होंने कहा है कि “मेरा जीवन ही मेरा संदेश है” उनका मानना था कि सत्य ही धर्म और ईश्वर है, लेकिन आज झूठ और लूट की अंतहीन यात्रा चल रही है, जनता दिग्भ्रमित हो गयी है, वह घोर अन्धकार, पाखंड में उलझ गयी है, किस पर विश्वास करें, अनिर्णय की स्थिति में पहुँच गयी है, पूर्ण आजादी के 75 वर्ष बाद भी हम महात्मा गाँधी के सपनों का भारत नहीं बना पाए, देश की आधी से अधिक आबादी अशिक्षित, अज्ञानी, अंतिम पायदान पर जीवन यापन कर रही है, गरीबी, बेरोजगारी, बेकारी, महंगाई से जनता बेहाल है, हर वर्ग निराशाजनक जीवन जीने को मजबूर है, झूठा सब्जबाग दिखाया जा रहा है, आज भी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार और दर्शन से हम राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और अध्यात्मिक प्रगति कर सकते है, 30 जनवरी 1948 को सिरफिरे द्वारा उनके जीवन का अंत न हुआ होता तो देश को राष्ट्रपिता के बताए सन्देश का लाभ अधिक से अधिक मिलता, आज हम धर्मान्धता के शिकार न होते। पंडित जवाहर लाल नेहरु ने गाँधी जी को स्मरण करते हुए कहा था कि “हमारी जिंदगी में जो ज्योति थी वह बुझ गयी और अब चारों ओर अँधेरा ही अँधेरा है”। सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह के पुजारी को नमन, हम लोग संकल्प लेते है कि सभी देशवासियों का सम्मान अंतिम साँस तक करेंगे, यही राष्ट्रपिता को सच्ची श्रद्धांजलि है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, विक्की ठाकुर, सुरेन्द्र यादव, जग्गू यादव, सरदार अवतार सिंह काले, सुरेश कुमार भारद्वाज, प्रेम चन्द पटेल, दिलीप यादव, मंजीत सिंह, अमर बहादुर, सुभाष यादव, हरिकृष्ण, शिवम् पाण्डेय आदि।
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