गाजियाबाद। नागरिक सुरक्षा और उत्तर प्रदेश प्रशासन के संयुक्त प्रयास से गाजियाबाद के 11 स्कूलों में व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य छात्रों और नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा और बचाव के प्रभावी तरीकों से अवगत कराना था।
सेठ मुकुंद लाल इंटर कॉलेज में विशेष अभ्यास
इस अभियान के अंतर्गत सेठ मुकुंद लाल इंटर कॉलेज में आयोजित मॉक ड्रिल में एनसीसी, सिविल डिफेंस, स्काउट्स एवं प्रशासनिक अधिकारियों के संयुक्त सहयोग से करीब 1100 छात्रों को आपदा प्रबंधन के व्यावहारिक उपायों का डेमो कराते हुए प्रशिक्षण दिया गया।
छात्रों को बताया गया कि हवाई हमले या भूकंप जैसी आपात स्थिति में सबसे पहले ‘हेड डाउन’ पोजिशन अपनानी चाहिए — यानी उल्टा लेटना, कान, नाक, और आंखों को उंगलियों से ढकना, जिससे बाहरी प्रभाव से सुरक्षा मिल सके। इस दौरान सेफ्टी प्रोटोकॉल्स को विस्तार से समझाया गया।
विशेषज्ञों की मौजूदगी और मार्गदर्शन
इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य श्री के.बी. सिंह, सिविल डिफेंस अधिकारी श्री सुशील कुमार, एनसीसी के श्री उदय कुमार, तथा विद्यालय के पूर्व छात्र एवं भाजपा मीडिया प्रभारी श्री प्रदीप चौधरी ने भी भाग लिया और छात्रों को आपदा प्रबंधन के व्यावहारिक बिंदुओं से परिचित कराया।
हवाई हमले और ब्लैकआउट के दौरान सावधानियां
अभ्यास के दौरान नागरिकों को बताया गया कि हवाई हमले की स्थिति में किसी भी मेज के नीचे शरण लें, शीशे वाली खिड़कियों, दरवाजों के पास न खड़े हों, और सभी गैस-विद्युत उपकरणों को बंद कर दें। यदि खुले स्थान पर हों, तो सिर को हाथों से ढक लें। ब्लैकआउट की स्थिति में घर की बाहरी लाइटें बंद कर पर्दों से खिड़कियों को ढकें, और लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें। इनवर्टर एवं जनरेटर को भी बंद रखने की सलाह दी गई।
संदेश और उद्देश्य
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य बच्चों को न केवल सैद्धांतिक बल्कि व्यावहारिक प्रशिक्षण देना था ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में घबराएं नहीं और आवश्यक बचाव उपायों को अपनाकर स्वयं एवं दूसरों की रक्षा कर सकें।
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