प्रदेश का एकमात्र ऐसा प्राधिकरण जो लेकर आया है यह क्रांतिकारी डिजिटल सेवा 'पहल '
'पहल' जिस पर मिलेंगी जीडीए आवंटियों को सभी प्रोपर्टी से जुड़ी सेवाएं एक ही पोर्टल पर
महीनों मे होने वाले संपत्ति के काम अब सेकेंडो मे वो भी प्राधिकरण के चक्कर लगाये बिना व घर बैठे डिजिटल माध्यम से
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उत्तर प्रदेश में जीडीए उपाध्यक्ष श्री अतुल वत्स आईएएस के नेतृत्व में विकास के नये—नये आयाम गढ़ रहा है। इस क्रम में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा डिजिटल परिवर्तन की दिशा में एक सशक्त कदम उठाया गया है पहल (पब्लिक एक्सेस फॉर हाउसिंग एंड प्रोपर्टी अलॉटमेंट लॉगिन)। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण राज्य का एकमात्र प्राधिकरण है जिसने यह आधुनिक और नागरिक केंद्रित पोर्टल लॉन्च किया है। जो 140000 से अधिक आवंटियों के लिए एक नई सुविधा है। पहल (पब्लिक एक्सेस फॉर हाउसिंग एंड प्रोपर्टी अलॉटमेंट लॉगिन) एक सिंगल विंडो सिस्टम है जो आवंटियों को सभी सेवाएं एक ही मंच पर उपलब्ध कराता है जो तेज, पारदर्शी और पूरी तरह डिजिटल है। अब संपत्ति का बकाया भुगतान हो, लेजर रिपोर्ट देखनी हो या किस्तों का पुनर निर्धारण हो, सब कुछ संभव है बस एक क्लिक में देंखे:
— आवंटन पत्र और अधीनता प्रमाण पत्र भी आप स्वयं डाउनलोड कर सकते हैं। क्यूआर कोड के जरिए ऑनलाइन सत्यापन की सुविधा के साथ।
— कलेक्शन प्रिविलेज अब आप खुद कर सकते हैं अपने रिकॉर्ड में सुधार
— किस्तों के सम भुगतान के लिए स्मार्ट डिजिटल चालान सुविधा
— रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करने हेतु आप अपनी सुविधा अनुसार समय तारीख स्वयं निश्चित कर सकते हैं
— बैंक से लोन के लिए मॉर्टगेज परमिशन और नामांतरण यानी प्रॉपर्टी म्यूटेशन अब सब कुछ ऑनलाइन
— समय पर किस्त की जानकारी और डिफॉल्ट पर रिमाइंडर अब हर आवंटी तक पहुंचेगा सही समय पर अलर्ट
— रियल टाइम अकाउंट अपडेट के साथ भुगतान का रिकॉर्ड सीधे लेखा अनुभाग में बिना किसी देरी और मानवीय हस्तक्षेप के।
— प्राधिकरण के इतिहास में प्रथम बार बैंकिंग प्रक्रिया के अनुरूप किस्तों के पुनर निर्धारण रिस्क शेड्यूलिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी
पहल की आवश्यकता:
प्राधिकरण में पूर्व से प्रचलित सम्पत्ति प्रबन्धन व्यवस्था के अन्तर्गत आवंटियों को आवंटन पत्र, भुगतान विवरण पत्र, बन्धक अनुमति पत्र, लेखा गणना की जांच की कार्यवाही मैन्युअली की जा रही है, जिसके कारण आवंटियों को जो सुविधाऐं त्वरित प्रदान होनी चाहिए, उनकी पूर्ति करने में अत्यन्त समय लगता है तथा समस्त कार्यवाही मैन्युअली किये जाने के कारण त्रुटियों की सम्भावना भी अधिक रहती है। वर्तमान मे नामदर्ज हेतु आवेदन करने पर कम से कम 60 दिन मे मांग पत्र निर्गत किये जाने का प्रावधान है, जिसके बाद भी पैसे जमा कराने के बाद जमा रकम का सत्यापन कराना, फाइल का मूवमेंट अलग अलग पटलो पर होने से नामदर्ज की प्रक्रिया पूरी होने मे कई महीने लग जाते थे जो की जनहित मे इस डिजिटल युग मे उचित नही है। पहल पोर्टल के माध्यम से इन समस्त कठिनाइयों का समाधान करते हुए घर बैठे जन सामान्य को निम्न सुविधाएं दी जा सकता है :
— आवंटन पत्र प्राप्त करना।
— देय किश्त की जानकारी प्राप्त करना।
— देय किश्त की धनराशि जमा करना।
— बन्धक अनुमति पत्र प्राप्त करना।
— आवन्टी द्वारा आवेदन करने पर प्राधिकरण स्तर से नाम, पता व अन्य में हुई त्रुटि का सुधार करना।
— नामान्तरण के लिए आवेदन करने हेतु जनहित लिंक प्रदान करना।
— धनराशि रिफण्ड के लिए आवेदन करने हेतु जनहित लिंक प्रदान करना।
पहल "एक नया अनुभव एक नई शुरुआत" एक स्मार्ट गाजियाबाद की ओर प्राधिकरण द्वारा इस पोर्टल के माध्यम से नागरिको के लिए एक क्लिक पर संपत्ति से जुड़ी सभी सुविधाएं घर बैठे उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए जीडीए के जन संपर्क कार्यालय पर एक अलग "पहल काउंटर" बनाया गया है, जहाँ इस पोर्टल से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
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