मॉकड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास: प्रशासनिक अनुमति प्राप्त कर, सिविल डिफेंस के सहयोग से करना अनिवार्य: जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा
गाजियाबाद। मॉकड्रिल और ब्लैकआउट के सम्बंध में जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा की अध्यक्षता में जूम पर एक मीटिंग का आयोजित की गयी। जिसमें बताया गया कि जनपद गाजियाबाद में हाल ही में आयोजित नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल के बाद, अन्य लोगों के द्वारा मॉकड्रिल व ब्लैक आउट के प्रशिक्षण के मामले संज्ञान में आ रहे हैं जिसके क्रम में जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि भविष्य में प्रशासनिक अनुमति प्राप्त कर सिविल डिफेंस के सहयोग से ही मॉकड्रिल या ब्लैकआउट का अभ्यास किया जाएं।
जिलाधिकारी महोदय ने निर्देशित किया कि यदि कोई मॉकड्रिल आयोजित करने का निर्णय लेता है, तो प्रशासनिक अनुमति के पश्चात कृपया सुनिश्चित करें कि सिविल डिफेंस की एक टीम भी अनिवार्य रूप से मौजूद हो। सिविल डिफेंस कर्मियों की देखरेख के बिना कोई भी मॉक ड्रिल नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि व्हाट्सऐप, न्यूज़ चैनल पर कोई भी ऐसी न्यूज़ या मैसेज न फैलाएँ जो अफ़वाह हो, जिससे कि जनता में दहशत का महौल बने। इस सम्बंध में सिर्फ़ विश्वसनीय और अधिकृत स्रोत और प्रशासन से जारी दिशा-निर्देश का अपडेट लें।
जिलाधिकारी महोदय ने सोसायटी में अग्निशमन प्रणाली ठीक से काम कर रही है और निवासियों से संवाद के लिए उचित ध्वनि प्रणाली है, को सुनिश्चित करने हेतु आरडब्लूए सहित अन्य को निर्देशित किया। जिलाधिकारी महोदय ने सभी जनपद वासियों से अपील की कि आपातकालीन स्थिति के दौरान- लाइट बंद करें, कांच की खिड़की या गेट के पास न खड़े हों, गैस, बिजली के स्विच न चलाएँ, अगर आप खुले मैदान में हैं तो ज़मीन पर ही लेट जाएँ, अगर आप अंदर हैं तो किसी बैड/टेबल या किसी ठोस पदार्थ के नीचे लेट जाएँ, सोसायटी के लोग लोअर बेसमेंट में जा सकते हैं।
जूम बैठक के दौरान बताया गया कि जिला प्रशासन ने सोसायटी के एओए (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) और आरडब्लूए (रेजिडेंट वेलफ़ेयर एसोसिएशन) के साथ एक समर्पित व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है। यह ग्रुप हमें किसी भी आगे के निर्देश, आपात स्थिति, बिजली कटौती और सायरन अलर्ट के बारे में सूचित रखेगा।
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