गाजियाबाद। समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट गाजियाबाद ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा तिरंगा यात्रा निकालना भारतीय सेना के शौर्य के नाम पर, देश और देश के 144 करोड़ जनता को भ्रमित करना है, भाजपा का उद्देश्य इस देश के सामने मुंह बाये खड़े ज्वलंत मुद्दों, बेतहाशा बढ़ती महंगाई, अभी-अभी 50 रुपये प्रति घरेलू सिलेंडर के दाम बढ़ना, बेरोजगारी, नवजवानों की कुंठा, भ्रष्टाचार, अन्याय, अनाचार और केन्द्र सरकार की हर मोर्चे पर विफलता से ध्यान भटकाने के लिए निकाली जा रही है, तिरंगा यात्रा सोची, समझी साजिश है, पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की ह्रदय विदारक हत्या से माताओं, बहनों और बच्चों को अपार पीड़ा और दर्द देने वाले दोषियों को जो चिन्हित आतंकी है, उनके विरुद्ध कोई भी कार्यवाही सफल न होना, आतंकियों की गोली से भून दिये गये भाइयों की निर्मम हत्या हो जाने पर भी उन्हें शहीद घोषित न करना बेहद शर्मनाक है, हमें भारतीय सेना के शौर्य पर गर्व है, पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने में हमारे जवानों की जान चली गयी, देश स्तब्ध है, उन्हें भी शहीद का दर्जा व उनके परिवार को अधिक से अधिक आर्थिक मदद की जाय, केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए तिरंगा यात्रा निकालना शर्मनाक और अनुचित और देश की जनता को दिग्भ्रमित करने वाला है, लोकतंत्र को मजबूत करने और संवैधानिक संस्थाओं और संविधान की गरिमा के लिए तिरंगा यात्रा भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम में शामिल ही नहीं है जिस विचार धारा ने 52 वर्ष तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा झन्डा नहीं फहराया, और जब देश के स्वतंत्रता सेनानी, वीर बलिदानी अंग्रजों की गुलामी से भारत को मुक्त कराने के लिए जेलों की यातनाएं झेल रहे थे, सडकों पर संघर्ष कर रहे थे, फांसी के फन्दों को चूम रहे थे, उस समय इन्हें तिरंगा याद नहीं था, आज तिरंगा यात्रा निकालने वाली विचारधारा, अंग्रेजों के विरोध में एक शब्द भी नहीं बोलती थी, बल्कि उनकी मदद कर रहे थे, आज यह लोग केवल सरकार की नाकामी को छिपाने और राजनीतिक लाभ लेने के लिए आतंकियों द्वारा जान गंवाने वाले लोगों के नाम राजनीति कर रहे है, उनके प्रति इनके मन में कोई सहानुभूति नहीं है, यह बेशर्मी को दर्शाता है, तिरंगा यात्रा में जनता का शामिल न होना यात्रा की विफलता की कहानी बयान कर रहा है, भारतीय जनता पार्टी ने अब तक कोई भी प्रेरणादायक कार्य नहीं किया जिसे इनकी उपलब्धि कहा जाय, जाति-धर्म में देश को लडाना इनकी उपलब्धि, नोटबंदी, जी0एस0टी0, बेकारी, बेरोजगारी, मंहगाई, भ्रष्टाचार इनकी विफलता की कहानी कह रहे है, दूसरे देश की मध्यस्तता हमारी संप्रभुता पर सवालिया निशान है, और भ्रष्टाचार से जनता बेहाल है, तिरंगा यात्रा ध्यान भटकाने का कमाल है।
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