डीएम के निर्देश पर सीडीओ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति के तहत निर्यात हेतु क्लस्टर सुविधा इकाई की बैठक हुई संपन्न
गौतमबुद्धनगर। डीएम मनीष कुमार वर्मा के निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी विद्यानाथ शुक्ल की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति-2019 के तहत निर्यात हेतु कलस्टर निर्माण के दायित्व की पूर्ति हेतु समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक द्वारा गौतमबुद्धा आर्गेनिक फार्मिंग प्रोडूसर क. लिमिटेड के निर्यात उन्मुख क्लस्टर गठन हेतु समिति के समक्ष प्रस्ताव रखा गया, जिसमे मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अनुमति प्रदान की गईl केआरबीएल राइस एक्सपोर्ट कंपनी द्वारा क्लस्टर घोषित होने के उपरांत उत्पाद को निर्यात करने हेतु सहमति की गई।
बैठक में एस०ए०एम०आई० कृषि विपणन विभाग से रामकुमारी ने बताया कि क्लस्टर में निर्यात नीति के तहत 50 है० क्षेत्रफल के क्लस्टर निर्माण करने एवं उत्पादन का 30 प्रतिशत निर्यात करने पर 10 लाख रुपये का अनुदान देने का प्राविधान है। निर्यातकों को कृषि उत्पादों एवं इनसे प्रसंस्कृत वस्तुओ के निर्यात पर परिवहन अनुदान वास्तविक भाड़े का 25 प्रतिशत तथा अधिकतम 20 लाख रु० प्रतिवर्ष देय है। कृषि निर्यात/पोस्ट हार्वेस्ट प्रबंधन और प्रौद्यौगिकी में डिग्री/डिप्लोमा/सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम संचालित करने वाले राजकीय संस्थानों को 25 या अधिक छात्रों के पंजीकृत होने पर एकमुश्त 50 लाख का अनुदान देय है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी विभागों को उक्त सभी चरणों को अतिशीघ्र पूर्ण कराने एवं बासमती के क्लस्टर गठन हेतु सम्बंधित विभाग को निर्देश दिये गये, जिससे जनपद के कृषि उत्पादकों को शासन द्वारा चलाई उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति के तहत लाभ प्राप्त कराया जा सके।
इस दौरान उप कृषि निदेशक गौतमबुद्धनगर राजीव कुमार, डी०डी०एम० नाबार्ड गाजियाबाद, जिला कृषि अधिकारी गौतमबुद्धनगर, कृषि वैज्ञानिक (अपेडा) प्रमोद कुमार तोमर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी गौतमबुद्धनगर, ए. एच. आई उद्यान (ए०जी०आई० कृषि विपणन विभाग) आकांक्षा, (ए०एम०आई० दादरी) योगिता तथा कृषि उत्पादकता समूह के सदस्य तथा निर्यातक सम्मिलित हुए।
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