सड़क/बिजली के लिए सुबोध व पेयजल के लिए सोना/रघुवीर का जताया आभार


 मंदिर समिति व श्रद्धालुओं में अपार खुशी की लहर

वाचस्पति रयाल

नरेंद्रनगर।विकासखंड नरेंद्र नगर की पट्टी क्वीली के घंडियाल डांडा में, समुद्र तल से 8 हजार फीट की ऊंचाई पर, विराजमान भगवान घंटा कर्ण धाम को सड़क मार्ग से जोड़े जाने पर, मंदिर समिति सहित  श्रद्धालुओं में अपार खुशी की लहर दिखाई दे रही है।

    मंदिर के समीप सड़क पहुंचने से,बेहद बुजुर्ग श्रद्धालु भक्तजन भी,अब मंदिर धाम में भगवान घंटाकर्ण के दर्शन कर पुण्य का लाभ अर्जित कर सकेंगे।

   आज से पूर्व सड़क सुविधा उपलब्ध न होने की वजह से श्रद्धालु भक्त जनों  को गौंताचली से 4 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़कर भगवान घंटा कर्ण के दर्शनों को मंदिर धाम में पहुंचना पड़ता था। जिसके कारण श्रद्धालुओं को बहुत बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था,और नतीजा यह होता था कि,बड़ी संख्या में असहाय बुजुर्ग भगवान घंटा कर्ण के दर्शनों को नहीं पहुंच पाते थे।

    श्रद्धालु भक्तजन बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते दिखाई देते थे, मंदिर परिसर में विद्युत संयोजन ना होने से रात्रि घुप अंधेरे में कटा करती थी।

    मंदिर धाम में सड़क सुविधा तथा बिजली संयोजन के लिए क्षेत्रवासियों और श्रद्धालुओं ने मंत्री सुबोध उनियाल का आभार जताया है। जबकि पेयजल समस्या के निदान के लिए मंदिर समिति व श्रद्धालुओं ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोना सजवाण व रघुवीर सजवाण का आभार जताया है।

  मंदिर समिति के अध्यक्ष विजय प्रकाश बिजल्वाण व मीडिया प्रभारी नरेंद्र बिजल्वाण का कहना है कि पहले बिजली/पानी का संयोजन ना हो पाने के कारण मंदिर समिति को पानी की व्यवस्था खच्चरों के जरिए करानी पड़ती थी। इस पर समिति को बहुत व्यय भार उठाना पड़ता था।

  वहीं बिजली का संयोजन ना हो पाने के कारण रात अंधेरे में कटा करती थी। 

  मंदिर समिति के पदाधिकारियों एवं श्रद्धालु भक्त जनों ने प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान तथा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रघुवीर सिंह साजवान का मार्मिक शब्दों में आभार व्यक्त किया है।

    मंदिर धाम तक सड़क पहुंचने पर, श्रद्धालु भक्तजनों और मंदिर समिति के पदाधिकारियों में खुशी और जोश देखते ही बनता  है।

    सड़क पहुंचने पर ढोल दमाऊ की थाप पर मंदिर परिसर के बाहर नाचते गाते व भगवान घंटा कर्ण के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं व मंदिर समिति ने खुशी का इजहार किया। पुजारी  पुरोहितों से श्रद्धालु भक्तजन भगवान घंटा कर्ण का प्रसाद लेकर  अपने को धन्य मान रहे हैं।

    मंदिर पुजारियों और श्रद्धालुओं का कहना है कि भगवान घंटा कर्ण की महिमा अपार है, यहां जो सच्ची श्रद्धा के साथ मन्नतें, मांगने घंटा कर्ण धाम पहुंचता है,उनकी झोली खुशियों से भर जाती है।

      मंदिर समिति ने कहा कि मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा मंदिर धाम के पास तक,सड़क निर्माण करने से श्रद्धालुओं की संख्या अब कई गुना बढ़ गई है। 

  ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं की गोद में  बांज, बुरांश आदि प्रजातियों के सघन पेड़ों बीच श्वेत कांत मणि की तरह चमकता भगवान घंटा कर्ण का दिव्य भव्य मंदिर दूर-दूर से श्रद्धालु भक्तजनों का ध्यान अपनी ओर खींच लेता है। 

  यह भी बताते चलें कि गंगा दशहरा के पावन अवसर पर इन दिनों भगवान घंटा कर्ण धाम में 27 मई से 5 जून तक,13वां  दिव्य यज्ञ अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है।

श्रद्धालुओं के लाव-लश्कर से मंदिर धाम परिसर जय घंटा कर्ण देवता के जयकारों से मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहा है। 

   यज्ञ अनुष्ठान के ज्ञानी पंडित मनोहर लाल बिजल्वाण, दर्शन लाल बिजल्वाण, वीरेंद्र दत बिजल्वाण व प्रशांत बिजल्वाण द्वारा अनुष्ठान यज्ञ को विधि विधान पूर्वक किया जा रहा है।

इस पावन अवसर पर यज्ञ में उपेंद्र सजवाण, बुद्धि सिंह रावत, चंदन सिंह असवाल, शिवप्रसाद बिजल्वाण, श्रीमती रचना राणा और लक्ष्मी देवी आदि श्रद्धालु भक्तगण अनुष्ठान यज्ञ में मौजूद थे।

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