मियावकी पद्वति के आधार पर लगाए जाएंगे घने छायादार पेड पौधे
घने जंगल को विकसित करने पर आने वाला खर्च वहन करेगी निजी संस्था
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स के नेतृत्व में एक नई टाउनशिप हरनंदीपुरम को धरातल पर साकार करने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के बीच अब एनसीआर के अंतर्गत आने वाले गाजियाबाद में वायु प्रदूषण की बढती समस्या को देखते हुए एक नया कदम उठाने की तैयारी आरंभ की गई है। इस नई तैयारी के बीच प्राधिकरण मधुबन बापूधाम में स्थित एसटीपी परिसर की करीब 2700 वर्ग मीटर जमीन पर मियावकी पद्वति के आधार पर पेड पौधे लगाते हुए उसे घने जंगल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जीडीए के उद्यान विभाग के द्वारा एसटीपी परिसर की जमीन को समतल आदि करने का काम आरंभ कर दिया गया है। खासतौर से पीपल, नीम, सहजन, लाल कनेर आदि के छायादार पौधे लगाए जाएंगे। पूरी परियोजना में सबसे महत्वपूर्ण पहलू ये है कि कांवड़ यात्रा के दौरान एसटीपी परिसर की इस जमीन को निगम के द्वारा डंपिंग यार्ड के रूप में तब्दील कर दिया गया था।माननीय एनजीटी के आदेश पर निगम के द्वारा तमाम कचरे को हटा दिया गया है। मियावकी पद्वति के आधार पर घने छायादार पौधे लगने के बाद एरिया के लोगों को हरा भरा वातावरण प्राप्त होगा। पूरे प्रोजक्ट में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य ये है कि मियावकी पद्वति के आधार पर जो पेड़ पौधे आदि लगाने पर लगभग 27 लाख का खर्च आएगा,वह जीडीए वहन नहीं करेगा,बल्कि सीएसआर फंड से निजी संस्था के द्वारा वहन किया जाएगा साथ ही अगले दो साल तक इसका रखरखाब भी निजी संस्था के द्वारा किया जाएगा।
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