डीआईसी गाजियाबाद और स्किलिंग—यू का एमओयू, युवाओं को एंटरप्रेन्योरशिप सिखाने की हुई पहल: सीडीओ श्री अभिनव गोपाल

गाजियाबाद। जिले के युवाओं में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) गाजियाबाद और स्किलिंग—यू के बीच एक एमओयू किया गया।

यह समझौता अभिनव गोपाल (आईएएस), मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ), गाजियाबाद की मौजूदगी में हुआ। इस मौके पर श्री नाथ पासवान, महाप्रबंधक, डीआईसी गाजियाबाद, और प्रवीण कुमार राजभर, फाउंडर और सीईओ, स्किलिंग—यू शामिल रहे।

इस साझेदारी के तहत जिले के युवाओं को बिजनेस की सही जानकारी, ट्रेनिंग, मेंटरशिप और हर जरूरी मदद दी जाएगी, ताकि वे अपना खुद का काम शुरू कर सकें और आगे बढ़ सकें। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी ऋण योजना के तहत उन्हें बिजनेस शुरू करने के लिए लोन लेने में भी मदद की जाएगी।

सीडीओ अभिनव गोपाल ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे यहां के नौजवानों को सही ट्रेनिंग और मेंटरशिप मिले, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ अपना व्यवसाय खड़ा कर सकें। सही जानकारी और समय पर सहयोग मिलने से ही असली बदलाव आएगा।”

स्किलिंग—यू, जिसे गूगल और मेइटी ने देश के टॉप 100 उभरते स्टार्टअप में शामिल किया है और जिसे स्टार्टअप महाकुंभ—2025 में अवॉर्ड मिला है, अब तक 5 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार और बिजनेस के लिए ट्रेनिंग दे चुका है। गाजियाबाद में यह संस्था एंटरप्रेन्योरशिप के इस पूरे इनिशिएटिव को एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिलकर एक्सीक्यूट करेगी और युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी।

इस प्रोग्राम में तीन चरणों में काम किया जाएगा। सबसे पहले ऐसे युवाओं का चयन होगा जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। ये युवा एक फॉर्म के माध्यम से इस प्रोग्राम में अप्लाई करेंगे। इसके बाद स्किलिंग—यू के मोबाइल ऐप पर इन्हें फ्री में युवा उद्यमी एप्टीट्यूड टेस्ट दिया जाएगा, जिसके जरिए ये जान पाएंगे कि उनकी बिजनेस स्किल्स कैसी हैं। इस टेस्ट में जैसे बाजार की समझ, बिजनेस की समझ, सीखने की इच्छा, रिस्क लेने की क्षमता और फाइनेंस की जानकारी को परखा जाएगा।

टेस्ट के बाद बेहतर युवाओं का चयन कर एक महीने की बिजनेस ट्रेनिंग दी जाएगी, जहां इन्हें स्टार्टअप शुरू करने से लेकर इसकी मार्केटिंग, सेल्स, फाइनेंस, लीगल, सोशल मीडिया और बिजनेस में एआई के इस्तेमाल तक की पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग के माध्यम से युवाओं को जरूरी स्किल्स सिखाई जाएंगी और उन्हें सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।

ट्रेनिंग पूरी होने के बाद युवाओं को सरकारी योजनाओं के तहत लोन और फाइनेंस की सुविधा दिलाने में मदद की जाएगी और फिर बिजनेस सेटअप में हैंडहोल्डिंग की जाएगी।

यह पहल जिले में नए बिजनेस शुरू करने, रोजगार बढ़ाने और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।






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