अंधकार, अज्ञान और अंधभक्ति को दूर कर समाज में प्रेम, भाईचारा व सत्य की स्थापना आवश्यक: राम दुलार यादव
साहिबाबाद। ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट पंजीकृत द्वारा गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल सभी साथियों ने गुरुजनों, शुभचिंतकों तथा देशवासियों को बधाई दी, तथा उनके द्वारा बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया, कार्यक्रम में हुकुम सिंह, राजेन्द्र सिंह ने भजन और राष्ट्र गीत सुना सभी को आत्मविभोर कर दिया, इस अवसर पर जरुरतमंद छात्र, छात्राओं को पुस्तकें भेंट की गयी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद, समाजवादी चिन्तक राम दुलार यादव ने कहा कि विश्व के महान गुरु भगवान महावीर, भगवान बुद्ध, संत कबीर और गुरु नानकदेव ने मानव मन में विद्यमान अन्धकार, अज्ञान, अन्धविश्वास, अहंकार, अंधभक्ति का समूलनाश कर ज्ञान का प्रकाश चारों ओर फैला मानव मन को आलोकित करने का पूरा प्रयास किया, गुरु पूर्णिमा का आयोजन भी इसलिए होता है कि गुरु, शिष्य के अन्दर व्याप्त कालिमा, ईर्ष्या द्वेष को मिटा सही मार्ग पर ले जाने का सन्देश देता है, जिससे समाज में सद्भाव, भाईचारा, प्रेम, भक्ति और सहयोग की भावना का प्रादुर्भाव हो नफ़रत, असहिष्णुता का विनाश हो, लेकिन मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि आज स्थिति बदली हुई है, 21वीं सदी में अधिकतर गुरु खुद दिशाविहीन, स्वार्थ में लिप्त है, अज्ञानी है, ऐसे गुरुओं से सावधान रहने की आवश्यकता है, कबीर साहेब ने कहा है कि :-
“जाका गुरु है अन्धरा चेला निपट निरंध।
अन्धा, अंधे ठेलिया, दोनों कूप परंत”।।
उन्होंने कहा है कि यदि गुरु अज्ञानी है, अन्धकार में है तो वह अपने शिष्य में प्रकाश की ज्योति कैसे जगा सकता है, अर्थात दोनों भ्रम के कारण सही मार्ग पर नहीं पहुँच सकते | हमें गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संकल्प लेना चाहिए, की हम मानवता के कल्याण के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करेंगे, तथा किसी को किसी प्रकार की पीड़ा नहीं पहुँचायेगे, आज हमें अफसोस के साथ कहना पड रहा है कि जितने ही ज्यादा गुरु भारत माता की गोद में जन्म ले सामाजिक परिवर्तन, धार्मिक परिवर्तन, अध्यात्म में लगे है कि मानवता का कल्याण हो, उतना ही अनाचार, अन्याय, भ्रष्टाचार, झूठ और लूट का वाताररण यहाँ बन रहा है, इन बुराइयों से देश को बचाने के लिए सच्चे और अच्छे मार्ग दर्शक की अति आवश्यकयता है, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सादर अभिवादन।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल रहे, राम दुलार यादव, सी0 पी0 सिंह, डा0 देवकर्ण चौहान, सम्राट सिंह, एस0 एन0 जायसवाल, वीर सिंह सैन, हाजी मोहम्मद सलाम, राजपाल यादव, मुनीव यादव, हरिकृष्ण, शिवम् पाण्डेय, राजीव गर्ग, प्रेम चन्द पटेल, शीतल यादव, अंकित, विक्रम सिंह, सुभाष यादव आदि।
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