अपने ही आदेशों की धज्जियां उड़ा रही है प्रदेश सरकार
30 वर्षों से नहीं खुला सब रजिस्ट्रार कार्यालय दो-दो मुख्यमंत्रियों की घोषणा के बावजूद आज भी ठंडे बस्ते में है मामला वाचस्पति रयाल नरेंद्र नगर। तहसील मुख्यालयों में सब रजिस्ट्रार कार्यालय स्थापित करने के सरकारी आदेश के बावजूद नरेंद्र नगर स्थित तहसील खुले 30 वर्षों के लंबे अर्से के बाद भी यहां आज तक सब रजिस्ट्रार कार्यालय न खोले जाने से सरकार अपने ही आदेश की धज्जियां उड़ाती नजर आ रही है। वर्ष 1989 तक यहां जिला मुख्यालय होने के फलस्वरूप जिला अधिकारी ही रजिस्ट्रार होने के कारण भूमि संबंधी सहित तमाम अन्य दस्तावेजों के पंजीकरण यहीं हुआ करते थे। टिहरी डैम निर्माण के फल स्वरुप पुरानी टिहरी के पुनर्वास के लिए नई टिहरी का निर्माण किया गया था, नरेंद्र नगर पुनर्वास नीति में ना होने के बावजूद भी तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने तुगलकी नीति अख्तियार करते हुए नरेंद्र नगर से जिला मुख्यालय सहित अन्य कार्यालयों को आनन-फानन में 70 किमी से अधिक दूर नई टिहरी अंतरित कर दिया। नरेंद्र नगर से जिला मुख्यालय नई टिहरी अंतरित होने के बाद नरेंद्र नगर विकासखंड को तहसील का दर्जा देते हुए, नरेंद्र नगर में तहसील मुख्या