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वेदाध्ययन और ईश्वर की उपासना क्या प्राप्त होता है?

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मनुष्य के जीवन वेदाध्ययन का क्या महत्व है? उसे वेदाध्ययन क्यों करना चाहिये? मनुष्य जीवन में यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है जिस पर सबको विचार करके सार्थक व लाभप्रद निष्कर्ष निकाल कर उसे अपने जीवन में धारण कर लाभ उठाना चाहिये। वेदों का महत्व अन्य सभी सांसारिक ग्रन्थों से सर्वाधिक है। इसका कारण यह है कि वेद सृष्टि के आरम्भ में अमैथुनी सृष्टि में ईश्वर द्वारा उत्पन्न चार ऋषि अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा को प्राप्त हुए थे। यह ज्ञान इन चार ऋषियों ने ब्रह्मा जी नाम के ऋषि को दिया था। यहीं से इन ऋषियों द्वारा अन्य मनुष्यों को भाषा सहित ज्ञान देने की परम्परा आरम्भ हुई। आज भी हमारे पूर्वजों के पुरुषार्थ से वेद अपनी उत्पत्ति के लगभग 1.96 अरब वर्ष बाद भी सर्वथा शुद्ध स्थिति में हमें प्राप्त हैं। वेद का दूसरा प्रमुख महत्व यह है कि वेदों से हमें ज्ञात होता है कि ईश्वर ही इस सृष्टि का रचयिता, धारक, पालक तथा संहारक है। ईश्वर का सृष्टि रचना व मनुष्यों को बनाने का सत्य उद्देश्य व रहस्य विदित है। उसी से चार वेद प्राप्त हुए हैं। अतः सभी विषयों का वेदों से अधिक सत्य व पुष्ट ज्ञान अन्य किसी सत्ता व उसके बनाये

चौहान मार्शल आर्ट एकेडमी में बेल्ट टेस्ट कार्यक्रम आयोजित

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समीक्षा न्यूज गाज़ियाबाद। चौहान मार्शल आर्ट एकेडमी में बेल्ट टेस्ट किया गया जिसमे एकेडमी के छात्रों ने  गाजियाबाद का नाम रोशन करते हुए शत प्रतिशत सफलता हासिल की। शहीद नगर रामस्वरूप कॉलोनी स्थित एकेडमी में बेल्ट टेस्ट लेने के लिए आए परीक्षक मेहरबान राजपूत (ब्लैक बेल्ट 8 डेन), रिहान राजपूत और शाहनवाज चौहान ने बच्चों की तारीफ करते हुए कहा कि बच्चों ने इस परीक्षण के लिए जो अभ्यास किया था उसी का परिणाम है सभी खिलाड़ी बेहतर अंकों के साथ पास हुए हैं वह कुछ खिलाड़ियों ने तो 90% से भी अधिक अंक प्राप्त किए हैं। एकेडमी कोच शाहनवाज चौहान ने बताया कि एकेडमी से सचिन कुमार, लोकेश कुमार, ब्लैक बेल्ट सरफराज चौहान ब्राउन बेल्ट प्रशांत, कमल राजबंशी, अजय कुमार, को ऑरेंज बेल्ट देखकर सम्मानित किया गया | इस अवसर पर मेहरबान राजपूत जी ने सभी खिलाड़ियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि गाजियाबाद में काफी समय से खिलाड़ियों में कराटे के प्रति रुचि बहुत बढ़ रहा है ऐसे ही होता रहा तो एक दिन हमारा भारत कराटे में स्वर्ण पदक प्राप्त करते हुए प्रथम स्थान पर आएगा ।

कठिन परिश्रम ही सफलता का आधार: मनोज धामा 

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  लोनी। भाजपा नेता मनोज धामा ने बहेटा हाजीपुर मे एक्सपीरियंश इंस्टीटयूट का उद्घाटन किया ।  इस अवसर पर कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर नरेन्द्र पाल के दूारा मनोज धामा जी का फूल -माला पहनाकर स्वागत किया।  पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने रिबन काटकर कोचिंग सेंटर का उद्घाटन किया।  इस अवसर पर कोचिंग सेंटर से पढाई करने वाले होनहार बच्चों को मनोज धामा ने उपहार देकर सम्मानित किया तथा सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।  मनोज धामा ने सभी बच्चों को प्रेरक प्रसंग सुनाये तथा जीवन मे हमेशा ईमानदारी के साथ मेहनत करने व परिश्रम से कभी भी पीछे नही हटने की सलाह बच्चों को दी। एवं कहा कि अभी आप सभी के जीवन का बेहद ही मूल्यवान समय चल रहा है आप सभी इस समय का सदुपयोग करे तथा अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिये जी-तोड मेहनत करे आपके दूारा आज की गयी कठिन मेहनत ही आपके भविष्य के सुगम होने का आधार बनेगी। सभी बच्चे मन लगाकर पढाई करे तथा कोशिश करे कि आप सभी सरकार के उच्च पदों पर पहुंचे तथा समाज के प्रति जो एक नागरिक का दायित्व है उसका निर्वाह करे तथा अपने माता-पिता के साथ अपने अध्यापकों के साथ अपने क्षेत्र का नाम रोशन क

वेदाध्ययन और ईश्वर की उपासना क्या प्राप्त होता है?

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मनुष्य के जीवन वेदाध्ययन का क्या महत्व है? उसे वेदाध्ययन क्यों करना चाहिये? मनुष्य जीवन में यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है जिस पर सबको विचार करके सार्थक व लाभप्रद निष्कर्ष निकाल कर उसे अपने जीवन में धारण कर लाभ उठाना चाहिये। वेदों का महत्व अन्य सभी सांसारिक ग्रन्थों से सर्वाधिक है। इसका कारण यह है कि वेद सृष्टि के आरम्भ में अमैथुनी सृष्टि में ईश्वर द्वारा उत्पन्न चार ऋषि अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा को प्राप्त हुए थे। यह ज्ञान इन चार ऋषियों ने ब्रह्मा जी नाम के ऋषि को दिया था। यहीं से इन ऋषियों द्वारा अन्य मनुष्यों को भाषा सहित ज्ञान देने की परम्परा आरम्भ हुई। आज भी हमारे पूर्वजों के पुरुषार्थ से वेद अपनी उत्पत्ति के लगभग 1.96 अरब वर्ष बाद भी सर्वथा शुद्ध स्थिति में हमें प्राप्त हैं। वेद का दूसरा प्रमुख महत्व यह है कि वेदों से हमें ज्ञात होता है कि ईश्वर ही इस सृष्टि का रचयिता, धारक, पालक तथा संहारक है। ईश्वर का सृष्टि रचना व मनुष्यों को बनाने का सत्य उद्देश्य व रहस्य विदित है। उसी से चार वेद प्राप्त हुए हैं। अतः सभी विषयों का वेदों से अधिक सत्य व पुष्ट ज्ञान अन्य किसी सत्ता व उसके बनाये

शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव पार्क में “स्वतंत्रता दिवस समारोह” आयोजित

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साहिबाबाद। शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में “स्वतंत्रता दिवस समारोह” का आयोजन किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वीरेन्द्र यादव एडवोकेट जिला महासचिव समाजवादी पार्टी गाजियाबाद रहे, अध्यक्षता वार्ड 85 नगर निगम गाजियाबाद की पूर्व प्रत्याशी संजू शर्मा समाजवादी पार्टी ने, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव, संचालन विधान सभा अध्यक्ष साहिबाबाद विधान सभा सरदार अवतार सिंह काले ने किया, समारोह में मुख्य वक्ता राम दुलार यादव वरिष्ट नेता समाजवादी पार्टी ने भी भाग लिया, ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया गया, महात्मा गाँधी अमर रहे, शहीदे आजम भगत सिंह अमर रहे, भारत माँ के उन अमर सपूतों को नमन किया गया, स्मरण किया गया, जिन लोगों ने जेलों में असहनीय कष्ट झेला, तथा आजादी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दे दी।    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ट नेता राम दुलार यादव ने कहा हम आज यहाँ 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए है, हमें उन भारत माँ के अमर सपूतों को नमन करना है जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व अर्पण कर ब्रिटिश शासन से द

अपनी जीवन यात्रा को इसके लक्ष्य पर पहुंचाने का प्रयत्न करना चाहिये

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मनुष्य वा इसकी आत्मा एक यात्री के समान हैं जो किसी लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए अपने वर्तमान जन्म व जीवन में यहां तक पहुंची हैं। मनुष्यों की अनेक श्रेणियां होती हैं। कुछ ज्ञानी व बुद्धिमान होते हैं। वह अपने सब काम सोच विचार कर तथा विद्वानों की सम्मति सहित ऋषियों व विद्वानों के ग्रन्थों का अध्ययन कर निर्धारित करते हैं। ऐसे लोगों को ही अपने लक्ष्य व उसके प्राप्ति के साधनों का ज्ञान हो पाता है। जो व्यक्ति इन्हें जानने के प्रति सावधान नहीं होते वह लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते। जो मनुष्य कुसंगति, अज्ञानी तथा छली मार्गदर्शकों के भ्रमजाल में न फंस कर सच्चे विद्वानों की शरण को प्राप्त होकर अपने जीवन व लक्ष्य के प्रति उनसे शंका समाधान कर उनके द्वारा बताये गये साधनों का आचरण करते हैं, वह लक्ष्य की ओर अवश्य ही बढ़ते हैं। ऐसे मनुष्यों का लक्ष्य दिन प्रतिदिन निकट से निकटतर होता जाता है। हमारा सबसे बड़ा मित्र, आचार्य व गुरु हमारा सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, अनादि, नित्य, अनन्त परमेश्वर है। वह अन्तर्यामी रूप से सदा हमारी आत्मा के भीतर विद्यमान रहकर हमारा मार्ग

संजीव शर्मा व सौरभ जायसवाल ने किया राघव ट्रेडिंग कंपनी के शोरूम का उद्घाटन

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धनसिंह गाजियाबाद। गांधीनगर स्थित राघव ट्रेडिंग कंपनी का जेंट्स एवं लेडीज वियर गारमेंट्स के शोरूम का उद्घाटन संजीव शर्मा पूर्व पार्षद गांधीनगर एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सौरभ जायसवाल द्वारा किया गया शोरूम के संचालक अमित गुप्ता ने बताया कि शोरूम में सभी प्रकार के जेंट्स वियर एवं लेडीस वियर उपलब्ध है सभी प्रकार के जेंट्स में शर्ट टी शर्ट लोअर जींस ट्राउजर आदि सभी वैरायटी आ उपलब्ध है साथी लेडीज वेयर में गारमेंट्स एवं बेडशीट कंबल क्रोकरी एवं कॉस्मेटिक का सभी सामान भी उपलब्ध है इस अवसर पर सुशील गुप्ता मनीष कटियाल सचिन गोयल शरद जैन अंकित निरवाल एवं सभी श्याम परिवार मंडल के सदस्य मौजूद रहे।

सी.एस.एच.पी.पब्लिक स्कूल में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

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धनसिंह गाजियाबाद। "दिल में सद्भावों  के संकल्प उभरते हैं, कर्मों में सेवा करने से सपने पलते हैं" जी हां इन्हीं सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया है सी.एस.एच.पी. पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या  सुश्री ममता शर्मा जी ने। जिनके मार्गदर्शन में इस संकट काल के समय में भी असंभव को संभव करने करते हुए ऑनलाइन शिक्षा द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर होने के साथ-साथ सभी शिक्षक गण छात्रों व अभिभावकों को भी हर उत्सव हर पल को   जीने की राह मिल रही है। सी.एस.एच.पी. पब्लिक  स्कूल, प्रताप, विहार, गाज़ियाबाद में ऑनलाइन स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया।  सर्वप्रथम गायत्री मंत्र द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात छात्रों के रोल प्ले द्वारा विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों संबंधी  सुंदर प्रस्तुति दी गई।  विद्धयालय के शिक्षकगण  द्वारा  गीत तथा  अन्य  रंगारंग कार्यक्रम  आयोजित किए गए।  कार्यक्रम के अंत में  विद्यालय निदेशक निर्देशिका श्रीमती सविता गुप्ता जी प्रधानाचार्या सुश्री  ममता शर्मा जी,  स्कूल प्रबंधक श्री तुषार गुप्ता जी एकेडमिक हेड श्रीमती तानिया कौशिक जी व

  मेरी शादी का दहेज पार्ट

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  घरवालों का मूड कैसे बढ़ेगी हमारी आबादी दंगल करलें अशोक बेटा करो तुम भी शादी तुम कौन सा देश चलाओगे, बतला दो बेटा लाल किले झंडा लहराने को काफी है मोदी   क्या रिटायर होकर आत्मकथा छपवाओग क्या मोदी की तरह चाय बेचने अब जाओगे गर एक चप्पल पड़ी मुंह तुम्हारे समझ लेना लाल किला अपने पिछवाड़े बने हुए पाओगे   करलो शादी चपरासी से अफसर है करवाते लालू जी गए जेल राबड़ी मुख्यमंत्री बनवाते कोई पूछे आज मियाँ तुम्हारे घर पर ठहरे है बीबीयों को देखो झूठ से अपने ही है टरकाते   सुनो तुम्हारे सी पी डब्लू वाले जीजा है आये उड़ाते माल रिश्वत का डकारें उसे नहीं आये लोकतंत्र की हद में रिश्ता सुंदर सा वह लाये राजनीति नाम की बहू सुना माल बहुत लाये   सुन पिताजी की देषभक्ति से खूं खोल गया हाँ करूँगा शादी राजनीति यही मैं बोल गया ज्ञान विवेक रूप जाती रख जूते के नोक पर आते धन रूपी लक्ष्मी नजरो से मैं तौल गया   पर कर डाला सनसनी का मैंने भी कारोबार कोपभवन में जा बैठा, कर कर मैं बहिष्कार जनजागरण से मुझे क्या ,जाऊं डिस्कोबार ग्रहमंत्रालय के बदले में मुझे दोगे मोटरकार   नहीं करनी चाकरी मुझे नेचर का आवारा  कालेज वाली फ्रीडम दो मैं

होम टू होम खोजे कोरोना मरीज: जिलाधिकारी 

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गाजियाबाद। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने एवं संभावित कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की खोज करने के संबंध में जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय की एक और कार्यवाही। संभावित कोरोना पीड़ितों की खोज के लिए हाउस टू हाउस सर्वे टीम के सदस्यों के लिए तैयार की गई विभिन्न एवं बृहद स्तर की जानकारी। सभी टीमें क्षेत्र में कार्य करते हुए क्या करेंगे इसके संबंध में विस्तृत जानकारी तैयार करते हुए टीमों को कराई गई उपलब्ध। कहीं पर भी कोरोना संक्रमित मिलने पर क्या होगी कार्यवाही इसके संबंध में निर्धारित की गई गाइडलाइन। हाउस टू हाउस सर्वे टीम को दृढ़ता के साथ संपन्न कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी तैयार करते हुए सभी टीमों के सदस्यों को कराई गयी उपलब्ध। 

अजय शंकर पांडेय ने किया कलेक्ट्रेट में झंडारोहण

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गाजियाबाद। राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम जिला अधिकारी अजय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट प्रांगण में संपन्न हुआ। यहां पर सर्वप्रथम जिला अधिकारी के द्वारा निर्धारित समय पर झंडारोहण करने के उपरांत सामूहिक राष्ट्रगान में भाग लिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए कलेक्ट्रेट में अपने उद्बोधन में समस्त जन सामान्य को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी गई एवं अपने उद्गार व्यक्त करते हुए स्वतंत्रता दिवस के इतिहास पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया। जिलाधिकारी ने कहा है कि प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश के समग्र विकास हेतु कृतसंकल्प है और इस दिशा में गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे है। लेकिन जनपद स्तर पर जब तक विकास कार्यो का गुणवत्तापूर्ण कियान्वयन नही होगा तब तक प्रदेश स्तर पर शासन की मंशानुरूप विकास परिलक्षित नही होगा। अतरू जनपद स्तर व अन्य निचले स्तर के विकास कार्यो में संलग्न सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करके प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें। जिलाधिकारी ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में गणतंत्र दिवस के

डा0एपीजे अब्दुल कलाम नि:शुल्क पुस्तकालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित

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साहिबाबाद। “स्वतंत्रता दिवस समारोह” का आयोजन ईदगाह रोड गरिमा गार्डन पसोंडा में डा0 ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम नि:शुल्क पुस्तकालय, वाचनालय के प्रांगण में आयोजित किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सपा के वरिष्ट नेता राम दुलार यादव समाजवादी विचारक ने ध्वजारोहण किया, अध्यक्षता, चौधरी इल्यास ने, आयोजन माजिद चौधरी, संचालन सरदार अवतार सिंह (काले) अध्यक्ष साहिबाबाद विधान सभा क्षेत्र ने किया, जिला महासचिव वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, अंशु ठाकुर, नेता अमरुद्दीन ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के निमित्त दवा का वितरण किया गया। समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों, बीर बलिदानियों को नमन करते हुए स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी गयी।    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वीरेन्द्र यादव एडवोकेट जिला महासचिव समाजवादी पार्टी गाजियाबाद ने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास का महत्वपूर्ण दिन है इसी दिन हमें गुलामी से मुक्ति मिली, हमारे देश के संसाधनों की लूट ब्रिटिश सरकार कर रही थी उससे भी देश आजाद हुआ, भारत की आजादी में हँसते-हँसते फांसी के फंदों को चूमने वाले शह

आरकेआई ने मनाया जश्न ए भारत पर्व आयोजित

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गाजियाबाद। जनपद के संजय नगर सेक्टर 23 स्थित राम किशन इंस्टीट्यूट स्कूल के प्रांगण में आज स्वतंत्रता दिवस यानी कि भारत पर्व आज सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए धूमधाम से मनाया गया। कोविद 19 के कारण जश्न ए आजादी का यह पर्व इतिहास में पहली बारऑनलाइन मनाया गया ।इस मौके पर स्कूल के निदेशक डॉ आलोक गर्ग ने स्कूल प्रांगण में पहुंचकर परंपरागत ढंग से  ध्वजारोहण किया और ऑनलाइन इस मौके पर सभी छात्रों और शिक्षकों  को संबोधित किया उन्होंने कहा कि बहुत जल्द कोरोना वैक्सीन मार्केट में आने वाली है ।इसके बाद covid-19 से उत्पन्न हुई सभी शैक्षणिक अवरोध समाप्त हो जाएंगे।श्री गर्ग ने कहा कि हम आशा करते हैं  आगामी गणतंत्र दिवस हम परंपरागत ढंग से मनाएंगे ।उन्होंने कहा कि 17 अगस्त से यूपी बोर्ड ने शैक्षणिक कार्य शुरू करने का ऐलान कर दिया है। हमें आशा है कि सीबीएसई बोर्ड भी बहुत जल्द इस सिलसिले में अपनी गाइडलाइन जारी कर देगा। उन्होंने माता-पिताओं का आव्हान किया है किऑनलाइन पढ़ाई के दौरान वे बच्चों का साथ दें ताकि ऑनलाइन पढ़ाई में कोई बाधा उत्पन्न न हो ।खास बात यह है कि स्कूल की संगीत अध्यापिका नीना जैन ने ऑन

संसार में ईश्वर एक ही है और वह सबसे महान और महानतम है

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हमारा यह संसार मनुष्यों वा जीवात्माओं के सुख के लिये बनाया गया है। बनाने वाली सत्ता को हम ईश्वर के नाम से जानते हैं। ईश्वर ने इस संसार को बनाया भी है और वही इसको व्यवस्थित रूप से चला भी रहा है। सूर्य समय पर उदय होता है। सूर्य अपनी धूरी पर घूमता है और अपनी चारों ओर ग्रहों व उपग्रहों को अपनी परिक्रमा कराता है। संसार में समय पर ऋतु परिवर्तन होता है। मनुष्य जन्म लेते, सुख व दुःखों का भोग करते हुए ससार से विदा होते है तथा मृतक आत्मायें पुनः संसार में जन्म लेती हैं। आत्मा अनादि, नित्य एवं अमर हैं। जन्म व मृत्यु आत्मा का गुण व स्वभाव है। जन्म का कारण आत्मा के जन्म-जन्मान्तरों वह कर्म होते हैं जिनका फल उसे भोगना होता है। कर्म के दो मुख्य भेद पाप व पुण्य होते हैं। पाप कर्मों का फल दुःख होता है तथा पुण्य कर्मों का फल सुख व आनन्द होता है। मनुष्य का उद्देश्य एक ओर जहां अपने पाप-पुण्य कर्मों का भोग करना है वहीं उसे अपने भविष्य के लिये नये शुभ व दुःखों को दूर करने वाले कर्मों को भी करना होता है। हमारे वेद आदि शास्त्र हमें सुखी व आनन्द से युक्त जीवन व्यतीत करने सहित जन्म व मरण में होने वाले दुःखों से

हेलमेट मैन ने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर भारत सड़क दुर्घटना मुक्त संकल्प का किया शुभारंभ 

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बिहार। बिहार के कैमूर जिला मोहनिया टोल प्लाजा पर परिवहन पदाधिकारी डीटीओ रामबाबू, एमवीआई दिव्य प्रकाश हेलमेट मैन के साथ फीता काटकर उद्घाटन किया.सड़क हादसों को रोकने के लिए मोहनिया टोल प्लाजा पर लोगों को निशुल्क हेलमेट दिया जाएगा और साथ में 5 लाख की दुर्घटना बीमा भी 1 हजार में मिलेगा. ताकि भविष्य में कोई भी दुर्घटना होने पर किसी भी परिवार को 5 लाख की सहायता राशि मिल सके. जो व्यक्ति हेलमेट निशुल्क लेगा उसे आधार नंबर देकर 5 लाख की दुर्घटना बीमा लेना अनिवार्य हैं.  कैमूर जिले में एनएच पर प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं और 4 से 5 लोगों की मृत्यु हो जा रही है. यातायात नियमों का पालन नहीं करने की वजह से हादसे हो रहे हैं.  पिछले साल 5 नवंबर को कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बिना हेलमेट टोल टैक्स नहीं पार करने की नियम की हरी झंडी दी थी हेलमेट मैन के साथ. लोगों को जागरूक करने के लिए हेलमेट मैन पिछले 6 साल से भारत के अलग-अलग राज्यों में लोगों को निशुल्क हेलमेट बांट रहे हैं. महानगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक छोटे-छोटे बच्चों से पुरानी पुस्तक लेकर उन्हें उन्हें हेलमेट देते रहते हैं क्योंकि भारत सरकार ने 4 स

सुदर्शनम बाल आश्रम एवं घरौंदा बाल आश्रम के बच्चों ने 74वां स्वतन्त्रता दिवस धूम धाम से मनाया

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गाजियाबाद। भरतपुरिया शिक्षा समिति द्वारा संचालित लाल बहादुर शास्त्री सुदर्शनम बाल आश्रम एवं घरौंदा बाल आश्रम के बच्चों ने आश्रम में 74वां स्वतन्त्रता दिवस बड़ी धूम धाम से मनाया इस अवसर पर ध्वजारोहण अध्यक्ष रोटरी क्लब श्री एस. के. माहेश्वरी जी, श्रीमती शालिनी माहेश्वरी जी, श्री ओंकार सिंह, श्री हरेन्द्र कुमार के द्वारा सामूहिक रूप से किया गया जिसमें बच्चों ने देश भक्ति के गीतों पर नृत्य एवं  गीत प्रस्तुत किये। रोटरी क्लब गाजियाबाद द्वारा नास्ते के पैकेट्स, फल एवं गिफ्ट आदि वितरण किया गया। इस शुभावसर पर श्री ऋषि बंसल, श्री राजेंद्र कालिया, श्री भंवर सिंह, श्रीमती मेघा गोयल, श्रीमती कुसुमलता, श्री सुनील कुमार, श्रीमती अनुपम, श्रीमती गीता, श्रीमती दीपाली जी, डॉ0 दिनेश जी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

मनुष्य जीवन का कल्याण वेदज्ञान के धारण व आचरण से ही संभव

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परमात्मा ने हमें मनुष्य जीवन दिया है। हमारा सौभाग्य है कि हम भारत में जन्में हैं जो सृष्टि के आरम्भ से वेद, ऋषियों व देवों की भूमि रही है। मानव सभ्यता का आरम्भ इस देवभूमि आर्यावर्त वा भारत से ही हुआ था। मनुष्य जीवन की उन्नति व कल्याण के लिए परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों को चार वेदों ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद का ज्ञान दिया था। यह वेदज्ञान मनुष्य की समग्र वा सर्वांगीण उन्नति का आधार है। बिना वेदज्ञान के मनुष्य अपनी आत्मा व जीवन की उन्नति नहीं कर सकता। वेदों का कुछ कुछ ज्ञान परवर्ती व वर्तमान साहित्य में यत्र तत्र भी सुलभ होता है परन्तु शुद्ध वेदज्ञान वेदों व ऋषियों के ग्रन्थों यथा उपनिषद, दर्शन, मनुस्मृति, सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका, आर्याभिविनय आदि से ही प्राप्त होता है। इस ज्ञान को प्राप्त करने के लिये हमें संस्कृत या हिन्दी भाषा का ज्ञान होना आवश्यक है। इन दोनों व इनमें से किसी एक भाषा का ज्ञान होने पर हम इन ग्रन्थों का स्वाध्याय कर तथा वैदिक विद्वानों की संगति कर अपनी आत्मा को वेदज्ञान से युक्त कर सकते हैं और इसके अनुरूप आचरण से हम अपने जीवन के उद्द

देश की आजादी में ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज का योगदान

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माना जाता है कि देश 15 अगस्त, 1947 को  अंग्रेज़ों की दासता से मुक्त हुआ था। तथ्य यह है कि सृष्टि के आरम्भ से पूरे विश्व पर आर्यों का चक्रवर्ती राज्य रहा। आर्यों वा उनके पूर्वजों ने ही समस्त विश्व को बसाया है। सभी देशों के आदि पूर्वज आर्यावर्तीय आर्यों की ही सन्तानें व वंशज थे। सृष्टि का आरम्भ 1.96 अरब वर्ष पूर्व तिब्बत में अमैथुनी सृष्टि से हुआ था। ईश्वर ने अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को चार वेदों का ज्ञान दिया था। सृष्टि में अमैथुनी सृष्टि में जो स्त्री व पुरुष उत्पन्न हुए वह सभी ईश्वर के पुत्र होने, सभी एक ही वर्ण व जाति के होने तथा किसी का कोई गोत्र आदि न होने से वेदों के अनुसार गुण, कर्म व स्वभाव से सब आर्य कहलाये। इतिहास की लम्बी यात्रा में अनेक उत्थान पतन हुए और सामाजिक ढांचा मुख्यतः विगत पांच छः हजार वर्षों में काफी तेजी से विकृतियों को प्राप्त हुआ। संसार में आज दो सौ से अधिक जितने भी देश हैं उनका इतिहास महाभारत युद्ध के बाद व विगत पांच हजार वर्षों की अवधि तक सीमित है। इस अवधि में अविद्या के कारण देश देशान्तर में वेदेतर मतों का आविर्भाव ह

आत्मनिर्भर भारत समय की आवश्यकता है

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आजकल देश में आत्मनिर्भरता की बात हो रही है। आत्मनिर्भरता का अर्थ है स्वावलम्बी होना तथा दूसरों पर आश्रित व निर्भर न होना। हम जब आत्मनिर्भर नहीं होते तो जिन लोगों से हम अपनी आवश्यकता की वस्तुयें प्राप्त करते हैं, वह लोग हमसे अनुचित मूल्य लेने सहित हमारे हितों की अनदेखी कर हमें कमजोर करने व हमें आत्मनिर्भर न बनने देने के षडयन्त्र करते रहते हैं। वर्तमान समय में देश में ऐसा ही देखा जा रहा है। आजकल हमारे देश में पड़ोसी देश चीन से बहुत सा सामान आयात होकर आता है। कुछ सस्ता होने के कारण हम उसे आंखें बन्द कर खरीद लेते हैं। हम इस बात की उपेक्षा कर देते हैं कि जिस सामान को हमने खरीदा है वह टिकाऊ है भी अथवा नहीं? अपनी अज्ञानता के कारण हम मामूली महंगा सामान जो अधिक टिकाऊ और स्वदेश में बना होता है, उसकी उपेक्षा कर देते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि स्वदेशी उद्योग व उससे जुड़े लोग आर्थिक दृष्टि से कमजोर बनते हैं और हमारे शत्रु देश हमारे पैसे से हमारी भूमि पर कब्जा ही नहीं करते अपितु हमारे अन्य शत्रुओं को हथियार व अन्य सहायता देकर हमें व हमारे देश को कमजोर करने के  उपाय करते जाते हैं। इसका एक ही समाधान

हमारा यह संसार तीन अनादि व नित्य सत्ताओं की देन है

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-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हमारा यह जगत सूर्य, चन्द्र, पृथिवी सहित अनेकों ग्रह व उपग्रहों से युक्त है। इस समस्त सृष्टि में हमारे सौर्य मण्डल के समान अनेक व अनन्त सौर्य मण्डल हैं। इतने विशाल जगत् को देखकर जिज्ञासा होती है कि यह संसार किससे, क्यों, कैसे व कब अस्तित्व में आया और इसका भविष्य क्या है? हमारे पूर्वजों ने इन सभी प्रश्नों पर विचार किया था और उनके उत्तर भी उन्होंने प्राप्त किये थे। यह उत्तर हमें वैदिक साहित्य वा ऋषि दयानन्द के अमर ग्रन्थ सत्यार्थप्रकाश का अध्ययन कर प्राप्त होते हैं। प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है कि वह इन प्रश्नों की जिज्ञासा करें और इनके उत्तर जानकर उन्हें आने वाली पीढ़ियों को प्रदान करें जिससे सभी मनुष्य अपने कर्तव्य व लक्ष्य का बोध प्राप्त कर उनके अनुसार अपना जीवन व्यतीत करते हुए उन्हें प्राप्त होकर अपने जीवन को सफल कर सकें और अकर्तव्य-कर्मों को करने से बच कर उनके परिणाम दुःखों से भी बच सकें। ऐसा करके ही हम अपने मनुष्य जीवन वा मनुष्य को परमात्मा से प्राप्त हुई बुद्धि का सदुपयोग कर अपनी आत्मा व जीवन की रक्षा कर सकते हैं और अपने दुःखों को दूर कर दूसरों को भी द

पार्षद शिवानी गौरव सोलंकी ने नारियल तोड़कर किया "गार्बेज ई-रिक्शा" का उद्घाटन

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धनसिंह—समीक्षा न्यूज गाजियाबाद। महापौर श्रीमती आशा शर्मा तथा नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने हमारे वार्ड 76 वैशाली के लिए गार्बेज ई-रिक्शा का तोहफा दिया जिसका उद्घाटन स्थानीय पार्षद शिवानी गौरव सोलंकी जी ने नारियल तोड़कर व मिठाई बांटकर किया। पार्षद जी ने बताया कि झाड़ू लगाने के बाद कर्मचारी को कूड़ा निस्तारण के लिए हाथठेले से बहुत दूर लेकर जाना पडता था जो ठीक प्रकार से सम्भव नहीं हो पाता था। अब गलियों के अंदर से कूढ़े का निस्तारण ठीक से होगा व गार्बेज ई रिक्शा से हमारे वार्ड में सफाई व्यवस्था अच्छी रहेगी। गार्बेज ई रिक्शा गलियों में आसानी से आ जा सकेगा और कोई पोलूशन भी नहीं करेगा। गार्बेज ई-रिक्शा को सफाई टूल्स में जगह देने के लिए नगर निगम गाजियाबाद का आभार। इस दौरान सफाई नायक पूरन सिंह तथा उनकी टीम उपस्थित रही।

21वीं सदी के भारत की नींव तैयार करने वाली नीति है: राहुल प्रधान

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गाजियाबाद: वरिष्ठ समाजसेवी एवं भाजपा(किसान मोर्चा) राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य: राहुल प्रधान ने कहां कि नई पीढ़ी किसानों मजदूरों का सम्मान करना सीखें, इसके लिए डिग्निटी ऑफ लेबर पर ध्यान दिया गया है। अब वाॅट टू थिंक नहीं बल्कि हाऊ टू थिंक पर फोकस किया जा रहा है। ३-४ साल के व्यापक विचार-विमर्श और लाखों सुझावों के बाद एजुकेशन पॉलिसी मंजूर की गई है। देश के किसी भी वर्ग से यह बात नहीं उठी की किसी तरह का भेदभाव हुआ है। ये एक इंडिकेटर भी है कि लोग वर्षों से चली आ रही शिक्षा व्यवस्था में जो बदलाव चाहते थे, वो उन्हें मिले हैं। मोदी जी मैं शिक्षा नीति बनाने वाले एक्सपर्ट से कहा कि यह सवाल उठाना स्वाभाविक है कि कितना बड़ा रिफॉर्म जमीन पर कैसे उतारा जाए। इस चैलेंज को देखते हुए व्यवस्थाओं को बनाने में जहां कहीं कुछ सुधार की जरूरत है, वह हम सभी को मिलकर करना है। आप सभी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में सीधे तौर पर जुड़े हैं। इसलिए आप सब्जी भूमिका बहुत अहम है। जहां तक पॉलीटिकल विल की बात है, मैं पूरी तरह कमिटेड हूं आपके साथ हूं। एक नई विश्व व्यवस्था खड़ी हो रही है। एक नया स्टैंडर्ड भी तय हो रहा

मृतक श्राद्ध का विचार, वैदिक सिद्धान्त पुनर्जन्म के विरुद्ध

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मनमोहन आर्य, देहरादून महाभारत युद्ध के बाद वेदों का अध्ययन-अध्यापन अवरुद्ध होने के कारण देश में अनेकानेक अन्धविश्वास एवं कुरीतियां उत्पन्न र्हुइं। सृष्टि के आरम्भ ईश्वर से प्राप्त वैदिक सत्य सिद्धान्तों को विस्मृत कर दिया गया तथा अज्ञानतापूर्ण नई नई परम्पराओं का आरम्भ हुआ। ऐसी ही एक परम्परा मृतक श्राद्ध की है। मृतक श्राद्ध में यह कल्पना की गई है कि हमारे मृतक पूर्वज व पितरों को वर्ष में एक बार आश्विन महीने के कृष्ण पक्ष में आवाहन कर भोजन एवं उनकी प्रिय वस्तुओं के दान से उन्हें सन्तुष्ट करना चाहिये। यह उच्च मानवीय भावना तो है परन्तु यह सत्य पर आधारित न होने से एक आधारहीन व अनावश्यक परम्परा व कार्य है। इससे मनुष्य जाति की उन्नति न होकर अवनति होती है। इसे व्यवहारिक रूप दिया ही नहीं जाता अर्थात् मृतक पितरों को भोजन कराया ही नहीं जा सकता। यह एक ऐसा अन्धविश्वास है जिसे हम अपनी आंखें मूंद कर करते है। मृतक श्राद्ध करने पर कोई मृतक पितर व पूर्वज सशरीर भोजन करने श्राद्ध स्थान पर उपस्थित नहीं होता। उनके नाम पर जन्मना ब्राह्मण कहे जाने वाले लोगों को पकवान व भोजन परोसे जाते हैं, दान दक्षिणा दी जाती